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चूरू कलेक्ट्रेट परिसर में बने पार्क की स्थिति दयनीय...प्रशासन पर लापरवाही का आरोप - नगर परिषद और प्रशासन

चूरू में दिए तले अंधेरे वाली कहावत चूरू कलेक्ट्रेट में स्थित गांधी पार्क पर इन दिनों सटीक और चरितार्थ होती दिखाई दे रही है. देखरेख के अभाव में जिला प्रशासन की नाक के नीचे यह पार्क अपने वास्तविक सौंदर्य को तरस रहा है.

चूरू कलेक्ट्रेट परिसर में बने पार्क की स्थिति दयनीय
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Published : Jun 24, 2019, 11:48 PM IST

चूरू. नगर परिषद और प्रशासन की अनदेखी के कारण कलेक्ट्रेट स्थित गांधी पार्क दुर्दशा का शिकार हो रहा है. पार्क में गंदगी और कचरे के ढेर लगे होने से पार्क बदहाली की स्थिति में है. लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं. सरकार जहां पार्कों के सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. वहीं कलेक्ट्रेट का यह पार्क दिनों-दिन दम तोड़ता नजर आ रहा है.

चूरू कलेक्ट्रेट परिसर में बने पार्क की स्थिति दयनीय

कलेक्ट्रेट में गांधी पार्क की स्थापना साल 2008 में तत्कालीन जिला कलेक्टर और वर्तमान बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल ने की थी. उसी समय इस पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी. इधर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष सीताराम लुगरिया ने पार्क के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पार्क में पूरे दिन आवारा पशु घूमते रहते हैं. जगह-जगह कचरे और जली, कटी घास पार्क के कोने-कोने में फैली है.

यह कहा जा सकता है कि कलेक्ट्रेट का यह गांधी पार्क कम उजड़ा हुआ और चमन ज्यादा नजर आ रहा है. क्योंकि पार्क में इंसान दौड़ती भागती जिंदगी में दो पल सुकून के लिए बैठता है. लेकिन यहां तो न कोई हरियाली है और न ही कोई जमीन पर दूब. पार्क में एक भी कोई फूलदार या अच्छा पौधा नहीं है. वहीं जो बड़े-बड़े पेड़ लगे हुए हैं वो भी देखरेख के अभाव में सूख रहे हैं.

चूरू. नगर परिषद और प्रशासन की अनदेखी के कारण कलेक्ट्रेट स्थित गांधी पार्क दुर्दशा का शिकार हो रहा है. पार्क में गंदगी और कचरे के ढेर लगे होने से पार्क बदहाली की स्थिति में है. लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं. सरकार जहां पार्कों के सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. वहीं कलेक्ट्रेट का यह पार्क दिनों-दिन दम तोड़ता नजर आ रहा है.

चूरू कलेक्ट्रेट परिसर में बने पार्क की स्थिति दयनीय

कलेक्ट्रेट में गांधी पार्क की स्थापना साल 2008 में तत्कालीन जिला कलेक्टर और वर्तमान बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल ने की थी. उसी समय इस पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी. इधर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष सीताराम लुगरिया ने पार्क के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पार्क में पूरे दिन आवारा पशु घूमते रहते हैं. जगह-जगह कचरे और जली, कटी घास पार्क के कोने-कोने में फैली है.

यह कहा जा सकता है कि कलेक्ट्रेट का यह गांधी पार्क कम उजड़ा हुआ और चमन ज्यादा नजर आ रहा है. क्योंकि पार्क में इंसान दौड़ती भागती जिंदगी में दो पल सुकून के लिए बैठता है. लेकिन यहां तो न कोई हरियाली है और न ही कोई जमीन पर दूब. पार्क में एक भी कोई फूलदार या अच्छा पौधा नहीं है. वहीं जो बड़े-बड़े पेड़ लगे हुए हैं वो भी देखरेख के अभाव में सूख रहे हैं.

Intro:चूरू_दिए तले अंधेरे की कहावत को असल मायनो में चरितार्थ करता चूरू जिला कलेक्ट्रेट में स्तिथ गांधी पार्क जो इन दिनों बदहाली का शिकार है।जिस बापू ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी आज उसी बापू की प्रतिमा लगा यह गांधी पार्क देखरेख के अभाव में अपने असल सौंदर्य को तरस रहा है।


Body:चूरू में दिए तले अंधेरे वाली कहावत चूरू कलेक्ट्रेट में स्थित गांधी पार्क पर इन दिनों सटीक और चरितार्थ होती दिखाई दे रही है। देखरेख के अभाव में जिला प्रशासन की नाक के नीचे यह पार्क अपने वास्तविक सौंदर्य को तरस रहा है नगर परिषद व प्रशासन की अनदेखी के कारण यह पार्क दुर्दशा का शिकार हो रहा है पार्क में गंदगी व कचरे के ढेर लगे होने से पार्क बदहाल स्थिति में है लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है सरकार द्वारा जहां पार्कों के सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ो रुपए खर्च किया जा रहा है वहीं कलेक्ट्रेट का यह पार्क दिनोंदिन दम तोड़ता नजर आ रहा है




Conclusion:कलेक्ट्रेट में इसी गांधी पार्क की स्थापना 2008 में तत्कालीन जिला कलेक्टर वर्तमान बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल ने की थी उसी समय इस पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा की भी स्थापना की गई थी इधर भाजपा जिला उपाध्यक्ष सीताराम लुगरिया ने पार्क के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है

पार्क में दीनभर आवारा पशु घूमते रहते हैं जगह जगह कचरे और जली कटी घास पार्क के कोने कोने में फैली है हम यह कह सकते हैं कलेक्ट्रेट का यह गांधी पार्क कम उजड़ा हुआ चमन ज्यादा नजर आ रहा है।क्योंकि पार्क में इंसान दौड़ती भागती जिंदगी में दो पल सुकून के लिए बैठता है लेकिन यहां तो ना कोई हरियाली है और ना ही कोई जमीन पर दूब पार्क में एक भी कोई फूलदार या अच्छा पौधा नही है जो बड़े बड़े पेड़ लग रहे हैं वो भी बिना समय समय पर छंगाई के और देखरेख के अभाव में सुख रहे हैं

बाईट_सीताराम लुगरिया,भाजपा जिलाउपाध्यक्ष चूरू
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