चूरू. अपने अनूठे स्थापत्य के लिए मशहूर हवेलियों की जर्जर हालत को देखते हुए चूरू प्रशासन उनके संरक्षण के लिए अब विशेष प्रयास करेगा. बुधवार शाम जिला कलेक्ट्रेट सभा में कलेक्टर संदेश नायक ने अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से जिले की जर्जर हवेलियों के संरक्षण को लेकर चर्चा की. साथ ही क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहन देने पर भी बात की.
कलेक्टर ने कहा कि यह ऐतिहासिक हवेलियां अनमोल धरोहर हैं. इनके संरक्षण के लिए अब विशेष प्रयास किए जाएंगे. जर्जर हवेलियों को ठीक कराया जाएगा, लेकिन उनके स्वरूप में परिवर्तन नहीं किया जाएगा. साथ ही जिला प्रशासन एक्शन प्लान बनाकर पर्यटकों को इनके प्रति आकर्षित करने के लिए भी अधिक कार्य करेगा.
बैठक में शहर में स्थित प्रसिद्ध हवेली 'सेठानी का जोड़ा' के आसपास के टीलों को हटाकर ज्योग्राफिकल चेंज करने वाले और वहां कचरा डालने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की बात कही गई. जिले के सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही बढ़े इसके लिए जरूरी है कि वहां मूलभूत सुविधाएं विकसित की जाएं और स्थानीय लोगों में भी सिविक सेंस डेवलप किए जाएं.
बता दें कि बैठक में जिला कलेक्टर ने तारानगर तहसील के साहवा कस्बे में बने गुरुद्वारे पर शौचालय आदि की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए. साथ ही सुजानगढ़ महोत्सव में ताल छापर के प्रमोशन के लिए डिजिटल टूरिज्म बुकलेट प्रकाशित किए जाने और हेरिटेज वाक के विस्तार एवं लाइट, बेंच आदि की व्यवस्था करने की भी बात कही. साथ ही शहर के सफेद घंटाघर आदि स्थलों पर चिपके पोस्टर आदि को हटाने और नेचर पार्क के सामने लगने वाली चाट की थड़ियों को व्यवस्थित करने के भी निर्देश दिए.