चूरू. फादर्स डे पर एक साथ 51 बेटियों के पिता बने चूरू के गौरीशंकर मंडावेवाला. कोरोना काल में अपने अभिवावकों को खोने वाली 51 बेटियों को प्रदान किया एक हजार रुपए का प्रथम चेक.
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गौरीशंकर निर्मला देवी मंडावेवाला फाउंडेशन प्रतिमाह चिन्हित बेटियों को तबतक यह राशि देगा जबतक यह बेटियां पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़ी नही हो जाती. हर माह एक हजार रुपए देने के साथ ही इन बेटियों की शिक्षा का भी समस्त खर्च भी फाउंडेशन उठाएगा. कोरोना काल में जिन बेटियों ने अपने अभिवावकों को खो दिया उन बेटियों की सुध चूरू के गौरीशंकर निर्मला देवी फाउंडेशन ने ली है.
प्रदेश का यह पहला ऐसा कार्यक्रम है जिसमे सरकार का एक रुपया भी खर्च नहीं होगा. इसका समस्त खर्च चूरू का यह फाउंडेशन उठाएगा. अभिभावकों को खोने वाली बेटियों को ना सिर्फ फाउंडेशन प्रति माह एक हजार रुपए देगा बल्कि उनकी शिक्षा का समस्त खर्च भी फाउंडेशन ही उठाएगा.
रविवार को अभियान की इसी कड़ी में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की मौजूदगी में उनके निवास स्थान पर 51 बेटियों को मेरी बेटी मेरा गौरव अभियान के तहत एक हजार रुपए का प्रथम चेक और एक मिठाई का डिब्बा निर्मला देवी गौरीशंकर मंडावेवाला फाउंडेशन की और से प्रदान किया गया.
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उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी यहां एक साथ पांच बेटियों के पिता बन गए. राजेन्द्र राठौड़ ने भी पांच ऐसी बेटियों की पालन के तौर पर जिम्मेदारी ली है जिन्होंने अपनों को खो दिया है. फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी गौरीशंकर मंडावेवाला ने बताया कि फाउंडेशन ने अगले तीन साल तक इन बेटियों को प्रतिमाह देने वाली राशि फाउंडेशन के बैंक अकाउंट में डाल दी है. यह राशि इन बेटियों को दी जाएगी जबतक यह बेटियां पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़ी नही हो जाती.