चूरू. एसीबी के सीआई रमेशचंद्र माचरा के नेतृत्व में टीम ने बुधवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग में कारवाई करते हुए अधीक्षण अभियंता के निजी सहायक अशोक जोशी को तीन हजार की रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
आरोपी निजी सहायक ने परिवादी के सी ग्रेड लाइसेंस को स्थाई करने और 46 हजार रुपए एसडी राशि लौटाने की एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी लेकिन सौदा तीन हजार रुपए में तय हुआ था. परिवादी ने बुधवार को जैसे ही रिश्वत की राशि के तीन हजार रुपए निजी सहायक को दिए एसीबी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया एसीबी ने पूरे मामले में अधीक्षण अभियंता की गतिविधियों को भी संदिग्ध माना है.
पढ़ेंः आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के काफिले से टकराकर 6 साल के बच्चे की मौत
एसीबी के सीआई रमेशचंद माचरा ने बताया कि एक कंट्रक्शन कंपनी के परिवादी भंवर सिंह ने 9 सितंबर को परिवाद दर्ज करवाया था कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता के निजी सहायक अशोक कुमार जोशी ने सी ग्रेड लाइसेंस को स्थाई करने और 46 हजार रुपए की एसडी राशि लौटाने की एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की है. एसीबी ने मामले का सत्यापन करने के बाद बुधवार को जाल बिछाकर निजी सहायक को तीन हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है. अब आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.