चूरू. जिले में विश्व कुष्ठ दिवस पर पीडीयू मेडिकल कॉलेज के स्किन चिकित्सा विभाग की ओर से गुरुवार को जागरूकता सेमीनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में इस रोग की पहचान, उपचार और जागरूकता को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान चिकित्सकों ने कहा कि कुष्ठ रोग को लेकर आम लोगों में जो भ्रांतियां है, उन्हें दूर की जाए और इस रोग की पहचान कर शीघ्र ही इलाज किया जाए.
ऐसे फैलता है कुष्ठ रोग-
कुष्ठ रोग बैक्टीरिया से फैलता है. कुष्ठ रोगी के साथ लंबे समय तक संपर्क में रहने से संक्रमण की संभावना रहती है. लेकिन मरीज को नियमित दवा देने से इसकी आशंका बहुत कम रहती है. हालांकि अभी चूरू जिले में कुष्ठ रोगियों की संख्या बहुत कम है. चूरू में करीब 33 कुष्ठ रोगी है, जिनका अभी निशुल्क इलाज किया जा रहा है. वहीं कुष्ठ रोगियों को सरकार की ओर से पेंशन भी दी जाती है.
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यह है लक्षण-
शरीर की त्वचा का रंग हल्का पड़ने लगता है. जहां रोग है शरीर के वह हिस्सा सुन्न रहता है. त्वचा ड्राई और हार्ड होने लगती है. हाथ और पैर सुन्न होने के साथ ही ठंडे और गर्म का अहसास नहीं होता है. किसी तरह का लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए और रोग पाए जाने पर नियमित दवा लेनी चाहिए.