चूरू. जिला कारागृह में हत्या के मामले में विचाराधीन एक 63 वर्षीय बंदी ने जोधपुर हाईकोर्ट के जज, मुख्यमंत्री सहित पुलिस अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर गुरुवार से अन्न-फल त्यागने के निर्णय से अवगत करवाया. बंदी की तबीयत खराब होने पर उसे राजकीय भर्तिया अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया, जहां चिकित्सकों ने बंदी की हालत गंभीर होने के कारण उसे हाई सेंटर के लिए रेफर कर दिया है.
जानकारी के अनुसार बंदी डूंगर सिंह निवासी ऊंटवालिया गांव ने पत्र में लिखा कि उनके गांव में हुए झगड़े में एक महिला की मौत के मामले में उसे षडयंत्र कर आरोपी बनाया गया. उसने लिखा है कि वह 5 साल से हार्ट का रोगी है, इसके बावजूद उसे जाल में फंसा कर जेल में रखा जा रहा है.
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बंदी डूंगर सिंह ने पत्र में लिखा कि जिंदगी से आहत होकर उसने अन्न-फल का त्याग करने का निर्णय लिया है. पत्र के जरिए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवा कर षडयंत्र करने वालों के खिलाफ कानूनी कारवाई की मांग की गई है. पत्र में यह भी लिखा गया है कि उसकी मौत होने पर डीएसपी सुखविंदर पाल सिंह, कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार गंगापुर वाला, मुस्तगीस मोती सिंह, अजय पाल सिंह, देवेंद्र सिंह उर्फ बबलू निवासी ऊंटवालिया और पंचायत समिति सदस्य सुरेंद्र सिंह इसके जिम्मेदार होंगे.
वहीं, तबियत बिगड़ने पर विचाराधीन बंदी डूंगर सिंह को आईसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया. साथ ही उसकी सुरक्षा को लेकर पुलिस के जवान भी आईसीयू वार्ड में तैनात किए गए. बंदी डूंगर सिंह की गुरुवार को तबीयत ज्यादा खराब होने पर चिकित्सकों ने उसे हाई सेंटर के लिए रेफर कर दिया.