चित्तौड़गढ़. शहर के चंदेरिया थाना क्षेत्र में संचालित हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के गैस क्लीनिंग प्लांट के टैंक में डूबने से एक कर्मचारी की मौत हो गई है. शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया है. सूचना पर परिजन भी पहुंच गए हैं. लोगों ने मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मांग की है. फिलहाल पोस्टमार्टम की कार्रवाई नहीं हो पाई है.
पुलिस ने बताया कि चंदेरिया जिंक प्लांट में कार्मिक रावतभाटा निवासी रमेश मारू की गैस क्लीनिंग प्लांट के टैंक में डूबने से मृत्यु हो गई है. यह व्यक्ति बीती रात ड्यूटी पर था. इसका शव अन्य कर्मचारियों ने गैस क्लीनिंग प्लांट के टैंक में तैरते देखा. सूचना मिलने पर चंदेरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची. शनिवार सुबह शव को जिला चिकित्सालय के मोर्चरी में रखवाया.
इसके बाद पुलिस ने परिजनों को मामले की सूचना दी. इस पर परिजन रावतभाटा से चितौड़गढ़ पहुंचे. जानकारी मिली है कि रमेश मारू जिंक का स्थायी कर्मचारी था. अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रमेश मारू किस तरह से टैंक में गिरा. पुलिस इसकी जांच कर रही है. मौके पर मौजूद लोगों ने मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मांग की है. इस बात को लेकर कुछ देर तक गहमा-गहमी भी हुई.
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फिलहाल कोई भी व्यक्ति ने पुलिस को लिखित में इस मामले की रिपोर्ट नहीं दी है. ऐसे में पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू नहीं हुई है. परिजन और आश्रित मुआवजे की मांग कर रहे हैं. मौके पर गंगरार डिप्टी नितीराज, चंदेरिया थानाधिकारी अनिल जोशी, एएसआई सुभाष, धनेत कला सरपंच रणजी तसिंह भाटी, इंटक नेता घनश्याम सिंह राणावत आदि मौके पर पहुंचे. पुलिस ने मौका मुआयना कर आगे की जांच शुरू कर दी है.