चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय पर कुंभानगर फाटक के यहां ट्रेन से कट कर एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है. हादसे के करीब सवा घंटे तक पटरी पर ही शव पड़ा रहा और पुलिस कार्रवाई का इंतजार होता रहा. काफी देर किस थाने की सीमा में यह हादसा हुवा यह स्पष्ट नहीं हो पाया था. जिसके बाद रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए.
जानकारी के अनुसार बुधवार रात करीब 7 बजे रेलवे स्टेशन पर चेतक एक्सप्रेस ट्रेन आ रही थी. वहीं रेलवे स्टेशन से कुछ दूर स्थित बीएसएनएल कार्यालय के सामने रेलवे पटरी पर एक व्यक्ति सो गया. ट्रेन गुजरी तो गर्दन कट कर धड़ से अलग हो गई थी. हादसा होने पर चालक ने तत्काल ब्रेक लगा दिए, तो ट्रेन कुछ आगे जाकर रुक गई.
जिसके बाद ट्रेन के गार्ड ने चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन को इसकी सूचना दी. रेलवे प्रशासन की सूचना पर जीआरपी व आरपीएफ थाने का जाब्ता मौके पर पहुंचा. जिस पर इन दोनों ने ही अपने-अपने थाने की सीमा नहीं होने का हवाला देते हुवे शव हटाने से इनकार कर दिया. बाद में ट्रेन को चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन लाया गया. शव पड़ा होने के कारण दोनों ही रेललाइनों पर रेल यातायात रोक दिया गया. पुलिस कंट्रोल रूम को मामले की सूचना दी, जिस पर कोतवाली थानाधिकारी सुमेरसिंह भी मौके पर पंहुचे.
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कोतवाली थाना पुलिस ने भी घटनास्थल देखा तो सामने आया कि मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का नहीं होकर सदर थाना क्षेत्र का था. इस पर सदर थाना पुलिस को मामले की जानकारी दी गई. वहीं रेलवे के अधिकारी ट्रेनों के देरी होने का हवाला देते हुए शव उठाने के लिए कहते रहे. जिसके बैद सदर सीआई विक्रमसिंह मौके पर आए. वहीं कोतवाली थानाधिकारी सुमेरसिंह ने जाप्ते साथ शव हटवाया.
जिसके बाद मौके पर पहुंचे स्टेशन अधीक्षक सुभाषचंद्र पुरोहित ने रेलवे स्टेशन पर फोन कर ट्रेनों का आवागमन शुरू करने को कहा. रात करीब 8.15 बजे रेल यातायात सुगम हो पाया. इस दौरान मेवाड़ एक्सप्रेस व इंटरसिटी ट्रेन को भी चित्तौड़ रेलवे स्टेशन पर ही रोका गया था. इधर, सदर थानाधिकारी विक्रमसिंह ने बताया कि इस व्यक्ति ने आत्महत्या की थी. यह पटरी पर सो गया था, जिससे ट्रेन गुजरी तो सिर धड़ से अलग हो गया.