चित्तौड़गढ़. जिले के बिजयपुर थाना क्षेत्र में स्थित पचुंडल गांव में गत दिनों अच्छी बरसात के लिए भैंसे की बलि दे दी गई. इसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरस होने के बाद पुलिस हरकत में आई है. पुलिस ने बलि देने वाले आरोपी सहित अन्य सहयोगियों को नामजद किया है. वहीं, मामले की जांच भी जारी है. इस मामले में कुछ लोगों के बयान होने शेष हैं.
बिजयपुर थानाधिकारी महेंद्र मारू ने बताया कि गत 9 अगस्त को क्षेत्र के पचुंडल गांव के बाहर जंगल में एक देवरे पर ग्रामीणों में व्याप्त अंध विश्वास के चलते अच्छी बरसात के लिए सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में भैंसे की बलि दे दी थी. इसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जांच की तो घटना को सही पाया गया. इस सम्बंध में पुलिस मौके पर पहुंची और उक्त देवरे के भोपे से पूछताछ की.
पूछताछ में सामने आया कि क्षेत्र में परंपरा के चलते आसपास के गांवों से पैसे एकत्र कर 9 अगस्त को एक भैंसा खरीदा गया. यहां दोपहर में देवरे के पास ही गांव के ठाकुर परिवार से जुड़े रणजीतसिंह ने तलवार के एक वार से भैंसे का वध कर दिया.
इस पर पुलिस ने भोपे के बयानों के आधार पर राजस्थान पशू पक्षी बलि निषेध अधिनियम की धारा 6 के अंतर्गत मुख्य आरोपी के रूप में रणजीत सिंह सहित भोपा देवीलाल भील, गणपत सिंह, भंवर सिंह, महेंद्र सिंह, कल्याण सिंह, चुन्नीलाल गुर्जर, शांतिलाल मीणा और कालु मीणा को नामजद किया है. इन सभी के बयान लेने के बाद न्यायालय में इनके विरुद्ध इस्तगासा पेश किया जाएगा.
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इधर, जानकारी मिली है कि इस मामले में विजयपुर थानाधिकारी महेंद्र मारू ने वीडियो मिलने के बाद जांच शुरू कर दी. कुछ लोगों के बयान भी दर्ज किए तथा कुछ कर बयान होना शेष है. वहीं 2 दिन पूर्व विजयपुर थानाधिकारी सहित 7 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद से पुलिस की जांच इस मामले में रुक गई है.