चित्तौड़गढ़. जिले के भदेसर थाना क्षेत्र के सुखवाड़ा ग्राम पंचायत के धरोल गांव निवासी शराब सेल्समैन की गत 30 नवम्बर को हत्या हो गई थी. इस मामले में पुलिस अभी तक बदमाशों का पता नहीं लगा पाई है, जबकि पुलिस ने 24 घंटे में हत्या का खुलासा करने की बात कही थी. इस पर सर्व समाज के लोगों ने नाराजगी जताते हुए मंगलवार को कलक्ट्रेट चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान परिजनों व ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए टायर फूंके और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर केके शर्मा को ज्ञापन दिया.
जानकारी के अनुसार जिले के भदेसर थाना क्षेत्र के गांव धरोल निवासी विश्वनाथ प्रताप सिंह पुत्र भगवान सिंह शराब के ठेके पर सेल्समैन का कार्य करता था. चुनाव के चलते आबकारी विभाग ने शराब की दुकान सील कर दी थी. जिस कारण विश्वनाथ ने घर से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित शराब की दुकान पर घास नुमां झोपड़ी बना रखी थी और उसी में सो रहा था.
30 नवंबर की रात को सोते वक्त अज्ञात बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी. इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने इस हत्या के खुलासे की मांग की. जिस पर पुलिस ने 24 घंटे में हत्या का खुलासा करने का आश्वासन दिया, लेकिन एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी खुलासा नहीं हो सका. वहीं ग्रामीणों ने पुलिस पर राजनीतिक दबाव से मामले को दबाने का आरोप भी लगाया है.
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ग्रामीणों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट चौराहे पर एकत्रित होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टायर फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान मृतक विश्वनाथ प्रताप सिंह की विधवा पूजा कंवर भी इस प्रदर्शन में शामिल थी. पूजा कंवर ने भी हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की. प्रदर्शन के बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. बता दें कि हत्या से 4 दिन पूर्व ही मृतक की शादी हुई थी.
उग्र प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट चौराहे पर पुलिस जाप्ता भी सुरक्षा को लेकर तैनात किया गया. प्रदर्शन के दौरान कलक्ट्रेट चौराहे के चारों मार्ग पर जाम लग गया. मानव श्रृंखला हटने के बाद यातायात पुलिसकर्मियों ने यातायात दुरस्त करवा जाम में फंसे वाहनों को निकाला.