चित्तौड़गढ़. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर चित्तौड़गढ़ जिले में रहे. इस दौरान मेवाड़ महोत्सव समिति की ओर से आतंकवाद के विरूद्ध भारत विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य वक्ता के रूप में संगोष्ठी को संबोधित करते हुए शेखावत ने कहा कि धर्म की मान्यताओं को तलवार के आधार पर विस्तारित करने की 2 हजार वर्ष पूर्व की नीति आज वैश्विक आतकंवाद के रूप में सामने आ रही है.
शेखावत ने कहा कि भारत सदैव सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताओं को आत्मसात करने का देश रहा है. लेकिन भौगोलिक परिपेक्ष्य में धर्म के आधार पर विभाजन राजनीतिक अदूरदर्शिता के कारण आज आतंकवाद का दंश झेल रहा है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 से केंद्र की सरकार कड़े फैसले ले रही है, जो राष्ट्रहित में है. शेखावत ने कहा कि तात्कालीन परिस्थितियों में अदूरदर्शिता के कारण आतंकवादी मानसिकता को प्रश्रय मिला और आज इससे पूरा विश्व झुलस रहा है.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि भारत सदैव अमन और शांति का प्रतीक रहा है, साथ ही अमन के हिमायती होने का ध्वजवाहक बना है. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर हुए विभाजन ने ग्लोबल आतंकवाद को पोषित किया है. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मंत्री शेखावत ने कहा कि देश के बाहर जहां बहुसंख्यक क्षेत्रों में हिंदु अल्पसंख्यक प्रताड़ित हो रहे हैं, उन्हें मान्यता देने का कानून सरकार ने बनाया है. लेकिन 70 सालों से राजनीतिक तुष्टिकरण की नीति अपना रही राजनीतिक पार्टियों ने राष्ट्रद्रोही तत्वों को प्रश्रय देने का काम कर रही है.
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सांसद सीपी जोशी ने कहा कि जिओ और जीने दो के सिद्धांत पर काम करने वाला भारत देश अस्मिता को लेकर होने वाले हमलों का जवाब देने के लिए तैयार है. कार्यक्रम को भाजपा जिलाध्यक्ष गौतम दक, चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या और उद्योगपति उमराव ओस्तवाल ने भी संबोधित किया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने गोल प्याऊ चौराहे पर सीएए के समर्थन में चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की.