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जौहर स्थल पर वीरांगनाओं को दी श्रद्धांजलि, सांकेतिक रूप से हुआ जौहर मेला

चित्तौड़गढ़ में विश्व प्रसिद्ध चित्तौड़ दुर्ग पर दो दिवसीय जौहर श्रद्धांजलि समारोह जौहर मेले का आयोजन संकेतिक रूप से किया गया. वहीं, बुधवार को विजय स्तंभ के पास स्थित जौहर स्थल पर राजपूत समाज की ओर से वीर-वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि दी गई. हर वर्ष वृहद स्तर पर आयोजित किया जाने वाला जौहर मेला कोरोना संक्रमण के चलते लगातार दूसरे साल सांकेतिक रूप से सिमट कर रह गया है.

चित्तौड़गढ़ की ताजा हिंदी खबरें, Two Day Jauhar Tribute Ceremony
जौहर स्थल पर वीरांगनाओं को दी श्रद्धांजलि
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Published : Apr 7, 2021, 8:54 PM IST

चित्तौड़गढ़. विश्व प्रसिद्ध चित्तौड़ दुर्ग पर दो दिवसीय जौहर श्रद्धांजलि समारोह जौहर मेले का आयोजन संकेतिक रूप से किया गया. बुधवार को विजय स्तंभ के पास स्थित जौहर स्थल पर राजपूत समाज की ओर से वीर-वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि दी गई. हर वर्ष वृहद स्तर पर आयोजित किया जाने वाला जौहर मेला कोरोना संक्रमण के चलते लगातार दूसरे साल सांकेतिक रूप से सिमट कर रह गया है.

जौहर स्थल पर वीरांगनाओं को दी श्रद्धांजलि

जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ में विगत कई वर्षों से आयोजित हो रहे जौहर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन लगातार दूसरे वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते सांकेतिक रूप से किया गया. इसमें जहां मंगलवार को सांकेतिक रूप से भाला फेंक कर खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया.

वहीं बुधवार को दुर्ग पर विजय स्तंभ के पास जौहरस्थल पर जौहर स्मृति संस्थान के सदस्यों ने वीर वीरांगनाओं को एक हवन करके श्रद्धांजलि दी. वहीं इससे पहले विभिन्न स्थानों पर जाकर पूजा अर्चना भी की गई. इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि कोरोना काल के चलते लगातार दूसरे वर्ष बड़े स्तर पर आयोजित होने वाले जौहर श्रद्धांजलि समारोह को सांकेतिक रूप से आयोजित किया गया है, जिसमें इस कार्यक्रम को 3 दिन के स्थान पर 2 दिन आयोजित किया गया है.

राणा सांगा खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी सांकेतिक रूप से किया गया. वहीं बुधवार को चित्तौड़ दुर्ग पर जौहर करने वाली वीरांगनाओं और दुर्ग की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीरो को हवन और विशेष पूजा अर्चना कर श्रद्धांजलि दी गई.

पढ़ें- उपचुनाव में भाजपा की धमकाने वाली राजनीति होगी खत्म, जनता सिखाएगी सबक: चिकित्सा मंत्री शर्मा

इस अवसर जौहर स्मृति संस्थान के पदाधिकारी नरपतसिंह भाटी ने बताया कि जौहर श्रद्धांजलि समारोह का इतिहास बहुत पुराना है और इस श्रद्धांजलि समारोह में गत वर्षो में कई बड़े आयोजन किए जा चुके हैं. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी सहित कई मंत्री, राज्यपाल और सांसद विश्व प्रसिद्ध जौहर स्मृति समारोह के गवाह बन चुके हैं. लेकिन विगत 2 वर्षों से कोरोना के बढ़ते कहर के कारण इसे लगातार दूसरे वर्ष सांकेतिक रूप से आयोजित किया गया है. इस अवसर पर जौहर स्मृति संस्थान अध्यक्ष तख्त सिंह सोलंकी, हर्षवर्धन सिंह रूद, महामंत्री मंगल सिंह खंगारोत सहित राजपूत समाज के कई पदाधिकारी और समाजजन मौजूद रहे.

चित्तौड़गढ़. विश्व प्रसिद्ध चित्तौड़ दुर्ग पर दो दिवसीय जौहर श्रद्धांजलि समारोह जौहर मेले का आयोजन संकेतिक रूप से किया गया. बुधवार को विजय स्तंभ के पास स्थित जौहर स्थल पर राजपूत समाज की ओर से वीर-वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि दी गई. हर वर्ष वृहद स्तर पर आयोजित किया जाने वाला जौहर मेला कोरोना संक्रमण के चलते लगातार दूसरे साल सांकेतिक रूप से सिमट कर रह गया है.

जौहर स्थल पर वीरांगनाओं को दी श्रद्धांजलि

जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ में विगत कई वर्षों से आयोजित हो रहे जौहर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन लगातार दूसरे वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते सांकेतिक रूप से किया गया. इसमें जहां मंगलवार को सांकेतिक रूप से भाला फेंक कर खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया.

वहीं बुधवार को दुर्ग पर विजय स्तंभ के पास जौहरस्थल पर जौहर स्मृति संस्थान के सदस्यों ने वीर वीरांगनाओं को एक हवन करके श्रद्धांजलि दी. वहीं इससे पहले विभिन्न स्थानों पर जाकर पूजा अर्चना भी की गई. इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि कोरोना काल के चलते लगातार दूसरे वर्ष बड़े स्तर पर आयोजित होने वाले जौहर श्रद्धांजलि समारोह को सांकेतिक रूप से आयोजित किया गया है, जिसमें इस कार्यक्रम को 3 दिन के स्थान पर 2 दिन आयोजित किया गया है.

राणा सांगा खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी सांकेतिक रूप से किया गया. वहीं बुधवार को चित्तौड़ दुर्ग पर जौहर करने वाली वीरांगनाओं और दुर्ग की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीरो को हवन और विशेष पूजा अर्चना कर श्रद्धांजलि दी गई.

पढ़ें- उपचुनाव में भाजपा की धमकाने वाली राजनीति होगी खत्म, जनता सिखाएगी सबक: चिकित्सा मंत्री शर्मा

इस अवसर जौहर स्मृति संस्थान के पदाधिकारी नरपतसिंह भाटी ने बताया कि जौहर श्रद्धांजलि समारोह का इतिहास बहुत पुराना है और इस श्रद्धांजलि समारोह में गत वर्षो में कई बड़े आयोजन किए जा चुके हैं. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, पूर्व गृहमंत्री लालकृष्ण आडवाणी सहित कई मंत्री, राज्यपाल और सांसद विश्व प्रसिद्ध जौहर स्मृति समारोह के गवाह बन चुके हैं. लेकिन विगत 2 वर्षों से कोरोना के बढ़ते कहर के कारण इसे लगातार दूसरे वर्ष सांकेतिक रूप से आयोजित किया गया है. इस अवसर पर जौहर स्मृति संस्थान अध्यक्ष तख्त सिंह सोलंकी, हर्षवर्धन सिंह रूद, महामंत्री मंगल सिंह खंगारोत सहित राजपूत समाज के कई पदाधिकारी और समाजजन मौजूद रहे.

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