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चित्तौड़गढ़ः मंदिर खुलते ही सांवलियाजी के दरबार में लगा भक्तों का तांता

प्रदेश में फैले कोरोना संक्रमण के कारण सरकार ने मंदिर परिसरों को बंद कर दिया था. जिसके बाद अब चित्तौड़गढ़ में मेवाड़ के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. जहां सोमवार को श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए भगवान के दर्शन किए.

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Published : Sep 7, 2020, 4:23 PM IST

चित्तौड़गढ़. आखिर लंबे समय से इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं के मन की मुराद पूरी हो गई है. मेवाड़ के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. सोशल डिस्टेंस के साथ राज्य सरकार की गाइडलाइन की पूर्ति कर श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन करवाए गए. इसके साथ ही गांव में अब पुनः रौनक आने की पूरी संभावना है.

श्री सांवलियाजी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोला गया

जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के चलते 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा और उसके बाद से ही राज्य सरकार ने सभी धार्मिकस्थलों को श्रद्धालुओं के लिए बंद करने के आदेश दे दिए. लॉकडाउन की अवधि में कोई भी मंदिर में नहीं जा पाया. मंदिर में पुजारी और यहां के कर्मचारी ही रहे. बाद में सरकार की ओर से रियायत दी गई तो केवल छोटे मंदिरों में दर्शन की अनुमति थी.

हाल ही में सरकार ने गाइड लाइन जारी करते हुए सभी मंदिरों में दर्शन की अनुमति दे दी. ऐसे में चित्तौड़गढ़ जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में भी सोमवार को दर्शन शुरू हो गए. इससे पहले जिला प्रशासन के आदेश पर श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल ने गाइडलाइन की पूर्ति करते हुए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी. यहां श्रद्धालुओं का डोम में पंजीयन किया जा रहा है. पंजीयन करने के बाद ही श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंस के साथ दर्शन के लिए भेज रहे हैं.

साथ ही भगवान के दर्शन को लेकर बड़ी संख्या में लोग मंदिर में पहुंचे हैं. मंदिर के सामने स्थित डोम में मंदिर के कर्मचारी दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का पंजीयन कर रहे हैं. इसके बाद श्रद्धालुओं को सिंहद्वार से मंदिर में जाने के लिए प्रवेश कराया जा रहा है. मार्ग में जगह-जगह सेंसर से चलने वाले सैनिटाइजर से श्रद्धालु खुद अपने हाथ सैनिटाइज कर मंदिर की तरफ बढ़ रहे हैं.

वहीं, मंदिर के भीतर दर्शन से पूर्व श्रद्धालुओं के टेंपरेचर की जांच भी की जा रही है. इसके लिए बकायदा मंदिर प्रशासन ने पूरी तैयारियां की है. वहीं, सांवलियाजी मंदिर मंडल के सभी कर्मचारी मास्क लगाए और हाथों में ग्लव्स पहने हुए हैं. साथ ही श्रद्धालुओं को भी बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है. जिससे कि कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहे.

पढ़ें- चित्तौड़गढ़ः रिसॉर्ट में पिकनिक मनाने आए युवक की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत, जांच में जुटी पुलिस

मंदिर प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे एहतियात बरते जा रहे हैं और सरकार की गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना हो रही है. मंदिर प्रशासन के अलावा जिले के आला अधिकारी भी सांवलियाजी मंदिर में दर्शन को लेकर व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए हैं. इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि यहां राजस्थान ही नहीं गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं.

विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के कारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावनाएं अधिक हो जाती है. ऐसे में मंदिर प्रशासन किसी भी प्रकार से रिस्क लेने के मूड में नहीं है. इधर, भगवान के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है. श्रद्धालु भगवान के जयकारे लगाते हुए कतार में सोशल डिस्टेंस के साथ चल रहे हैं और करीब साढ़े पांच माह की अवधि के बाद दर्शन के लिए भगवान के सामने जा रहे हैं. इतने दिनों तो सभी भगवान श्री सांवलिया सेठ के दर्शन ऑनलाइन कर रहे थे, लेकिन अब श्रद्धालु साक्षात भगवान के मंदिर में जाकर दर्शन कर रहे हैं.

चित्तौड़गढ़. आखिर लंबे समय से इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं के मन की मुराद पूरी हो गई है. मेवाड़ के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. सोशल डिस्टेंस के साथ राज्य सरकार की गाइडलाइन की पूर्ति कर श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन करवाए गए. इसके साथ ही गांव में अब पुनः रौनक आने की पूरी संभावना है.

श्री सांवलियाजी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोला गया

जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के चलते 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा और उसके बाद से ही राज्य सरकार ने सभी धार्मिकस्थलों को श्रद्धालुओं के लिए बंद करने के आदेश दे दिए. लॉकडाउन की अवधि में कोई भी मंदिर में नहीं जा पाया. मंदिर में पुजारी और यहां के कर्मचारी ही रहे. बाद में सरकार की ओर से रियायत दी गई तो केवल छोटे मंदिरों में दर्शन की अनुमति थी.

हाल ही में सरकार ने गाइड लाइन जारी करते हुए सभी मंदिरों में दर्शन की अनुमति दे दी. ऐसे में चित्तौड़गढ़ जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में भी सोमवार को दर्शन शुरू हो गए. इससे पहले जिला प्रशासन के आदेश पर श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल ने गाइडलाइन की पूर्ति करते हुए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी. यहां श्रद्धालुओं का डोम में पंजीयन किया जा रहा है. पंजीयन करने के बाद ही श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंस के साथ दर्शन के लिए भेज रहे हैं.

साथ ही भगवान के दर्शन को लेकर बड़ी संख्या में लोग मंदिर में पहुंचे हैं. मंदिर के सामने स्थित डोम में मंदिर के कर्मचारी दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का पंजीयन कर रहे हैं. इसके बाद श्रद्धालुओं को सिंहद्वार से मंदिर में जाने के लिए प्रवेश कराया जा रहा है. मार्ग में जगह-जगह सेंसर से चलने वाले सैनिटाइजर से श्रद्धालु खुद अपने हाथ सैनिटाइज कर मंदिर की तरफ बढ़ रहे हैं.

वहीं, मंदिर के भीतर दर्शन से पूर्व श्रद्धालुओं के टेंपरेचर की जांच भी की जा रही है. इसके लिए बकायदा मंदिर प्रशासन ने पूरी तैयारियां की है. वहीं, सांवलियाजी मंदिर मंडल के सभी कर्मचारी मास्क लगाए और हाथों में ग्लव्स पहने हुए हैं. साथ ही श्रद्धालुओं को भी बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है. जिससे कि कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहे.

पढ़ें- चित्तौड़गढ़ः रिसॉर्ट में पिकनिक मनाने आए युवक की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत, जांच में जुटी पुलिस

मंदिर प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे एहतियात बरते जा रहे हैं और सरकार की गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना हो रही है. मंदिर प्रशासन के अलावा जिले के आला अधिकारी भी सांवलियाजी मंदिर में दर्शन को लेकर व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए हैं. इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि यहां राजस्थान ही नहीं गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं.

विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के कारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावनाएं अधिक हो जाती है. ऐसे में मंदिर प्रशासन किसी भी प्रकार से रिस्क लेने के मूड में नहीं है. इधर, भगवान के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है. श्रद्धालु भगवान के जयकारे लगाते हुए कतार में सोशल डिस्टेंस के साथ चल रहे हैं और करीब साढ़े पांच माह की अवधि के बाद दर्शन के लिए भगवान के सामने जा रहे हैं. इतने दिनों तो सभी भगवान श्री सांवलिया सेठ के दर्शन ऑनलाइन कर रहे थे, लेकिन अब श्रद्धालु साक्षात भगवान के मंदिर में जाकर दर्शन कर रहे हैं.

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