चित्तौड़गढ़. जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में शनिवार को चतुर्दशी के अवसर पर सुबह 11.35 बजे राजभोग आरती खत्म होने के बाद भंडार खोला गया. भंडार की गणना इसलिए भी चर्चा में रही क्योंकि यह कार्य हड़ताल के दौरान हुआ है. सांवलियाजी मंदिर में कार्यरत करीब 375 संविदा कार्मिक हड़ताल पर हैं. ऐसे में चतुर्दशी अमावस्या का मेला और नववर्ष पर आई भीड़ को काबू करने में परेशानी का सामना करना पड़ा. साथ ही भंडार की गणना में भी कस्बेवासियों का वर्षों बाद सहयोग लेना पड़ा है.
नववर्ष के चलते उमड़ी भारी भीड़ : चित्तौड़गढ़ जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में कार्यरत 375 संविदा कार्मिक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार से हड़ताल पर चले गए थे. यह कार्मिक सिंहद्वार पर धरना देकर बैठे हुए हैं. प्रत्येक अमावस्या का श्री सांवलियाजी मंदिर में मेला लगता है और भारी भीड़ उमड़ती है. लेकिन इस बार नववर्ष होने के कारण श्रद्धालुओं की संख्या और ज्यादा रही.
कस्बे के लोग भंडार की गणना में हुए शामिल
प्रत्येक चतुर्दशी के अवसर पर सांवलियाजी मंदिर का भंडार खोला जाता है. ऐसे में शनिवार को भी भंडार खोला गया. लेकिन संविदा कार्मिकों के अवकाश पर होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. ऐसे में मंदिर प्रशासन ने कस्बेवासियों की मदद ली है. बड़ी संख्या में कस्बे के लोग भंडार की गणना करने के लिए पहुंचे.
प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद
इस दौरान चित्तौड़गढ़ जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, मुख्य निष्पादन अधिकारी एवं जिला कलक्टर रतनदान स्वामी, सांवलियाजी मंदिर बोर्ड के चेयरमेन कन्हैयादास वैष्णव सहित बोर्ड मेंबर तथा मंदिर के स्थायी कर्मचारी मौजूद रहे. बाद में ओसरा पुजारी ने भण्डार खोलकर चढ़ावे की राशि निकाली. बाद में कस्बेवासियों ने बैंक कर्मचारियों के सहयोग से नोटों की छटनी और गणना का कार्य शुरू करवाया गया.