चित्तौड़गढ़. जिला अभिभाषक संस्थान की राशि के दुरुपयोग का मामला सामने आया है. पूर्व अध्यक्ष जसवंत सिंह राठौड़ और कोषाध्यक्ष उमाशंकर दाधीच के खिलाफ लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है.
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र सिंह मेड़तिया की ओर से इस संबंध में कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट दी गई थी. रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 में जसवंत सिंह अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. पिछले दिनों संस्थान की साधारण सभा की बैठक में सर्वसम्मति से वर्ष 2017,18,19 और 2020 की ऑडिट कराने का प्रस्ताव पारित हुआ. ऑडिट के दौरान तत्कालीन अध्यक्ष जसवंत सिंह राठौड़ के हिसाब में 1 1 लाख 62 हजार 569 रुपए कम पाए गए. इसी प्रकार जनवरी 2017 से दिसंबर 2019 तक कोषाध्यक्ष रहे उमाशंकर दाधीच के कार्यकाल में 7 लाख 85 हजार 989 रुपए की गड़बड़ी पाई गई.
बार अध्यक्ष मेड़तिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि तत्कालीन अध्यक्ष जसवंत सिंह राठौड़ ने कोषाध्यक्ष उमाशंकर दाधीच के होते हुए भी अपने भाई राजेंद्र सिंह को अनाधिकृत रूप से अधिकृत कर दिया और वार्षिक सदस्यता शुल्क वसूला. वार्षिक सदस्यता शुल्क की राशि में भी 19 हजार रुपए कम पाए गए.
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बार एसोसिएशन द्वारा उक्त राशि जमा कराने के लिए तत्कालीन अध्यक्ष जसवंत सिंह राठौड़, उनके भाई राजेंद्र सिंह तथा तत्कालीन कोषाध्यक्ष उमाशंकर से संपर्क किया गया, लेकिन तीनों ने राशि जमा कराने से इंकार कर दिया. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने तीनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए अनुसंधान शुरू कर दिया. पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए मामले की पड़ताल शुरू कर दी.