चित्तौड़गढ़. जिले के बेगूं थाना सिपाही को अफीम और डोडा चूरा की तस्करी में लिप्त अपराधियों का साथ देने के आरोप में जिला पुलिस अधीक्षक ने राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया है. बर्खास्त सिपाही थाना बेगूं पर रहते हुए तस्करों की गाड़ियों को इलाके से निकलवाने व पुलिस की नाकाबंदी की लोकेशन तस्करों को देने का कार्य करता था.
पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि गत दिनों भीलवाड़ा जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की थी जिसमें मतवालों की ढाणी थाना बिलाड़ा जिला जोधपुर ग्रामीण निवासी सुनील डूडी पुत्र ओपाराम विश्नोई की संलिप्तता पाई गई थी. इस पर बेगूं थाने के एनडीपीएस प्रकरण में वांछित होने पर सुनील डूडी को गिरफ्तार किया गया था. सुनील डूडी ने पुलिस पूछताछ के दौरान 8 क्विंटल डोडा चूरा तस्करी के मामले में बेगूं थाने पर तैनात सिपाही राकेश जाट के शामिल होने की बात बताई थी.
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राकेश जाट उसके गांव के पास का ही रहने वाला था. इस पर उस मामले की विभागीय जांच बेगूं पुलिस उप अधीक्षक राजेंद्र जैन को दी गई. जांच में सिपाही राकेश जाट के भी तस्करों को मादक पदार्थ को इलाके से पार कराने व पुलिस की नाकाबंदी के बारे में बताने की पुष्टि हुई. सिपाही की तस्करों से मोबाइल पर वार्ता एवं बैंक खाते में अचानक आई बड़ी रकम से भी राकेश जाट की तस्करों से मिलीभगत होने की बात सामने आई है.
इस पर थाना बेगूं के एनडीपीएस के प्रकरण में राकेश जाट को गिरफ्तार किया गया है जो अभी भी जेल में बंद है. एसपी गोयल ने बताया कि पुलिस उप अधीक्षक बेगूं थाना की जांच रिपोर्ट के अनुसार सिपाही राकेश जाट की अफीम, डोडाचूरा तस्करों से संलिप्तता, पुलिस की नाकाबंदी और गतिविधियों की सूचना देना, अपराधियों से सांठगांठ कर अपराधिक मामलों में सहायता करने जैसे कई अपराध शामिल होने पर राज्य सेवा से बर्खास्त किया गया है.