चित्तौड़गढ़. राजस्थान महानिदेशक जेल राजीव दासोत के आदेशानुसार जेलों में अवांछनीय, निषेध वस्तुओं जैसे-मोबाइल, मादक पदार्थ आदि की तस्करी या उपलब्धता और जेल से संचालित होने वाली आपराधिक गतिविधियों के विरूद्ध चलाए जा रहे 'ऑपरेशन फ्लश आउट' के अंतर्गत की जाने वाली कार्रवाई की अवधि आगामी 28 फरवरी तक बढ़ा दी गई है. वहीं अब तक दो माह तक चले इस अभियान में जिला जेल चित्तौड़गढ़ में केवल एक मोबाइल मिला है. जिस बंदी के पास मोबाइल मिला था, उसका स्थानांतरण चित्तौड़गढ़ जेल से बीकानेर कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार जेल मुख्यालय के आदेश पर 21 नवम्बर से ही चित्तौड़गढ़ जिला जेल में ऑपरेशन फ्लश आउट चलाया जा रहा है. करीब दो माह की अवधि में चित्तौड़गढ़ जेल में कई बार औचक निरीक्षण किए गए थे. इसमें चित्तौड़गढ़ जिला प्रशासन के अलावा पुलिस के अधिकारी भी टीमों के साथ उपकरण लेकर जिला जेल पहुंचे और जांच की थी. जेल उप अधीक्षक चितौड़गढ़ डुलेसिंह ने बताया कि इस अवधि के दौरान चित्तौड़गढ़ जिला जेल में एक बंदी के पास से मोबाइल मिला था. जेल में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में बंद जिले के मंगलवाड़ निवासी रवि पुत्र मदनलाल खटीक के खिलाफ कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज कराया गया था.
वहीं इस बंदी का स्थानांतरण भी जेल मुख्यालय के आदेश पर बीकानेर कर दिया गया है. जेल में मोबाइल कैसे पहुंचा, इसकी भी जांच की जा रही है. वहीं जेल में गत 10 सप्ताहों में अर्जित की गई सफलताओं और उपलब्धियों को चिरस्थाई बनाने और उनमें और अभिवृद्धि करने के उद्देश्य के इस अभियान की अवधि बढ़ाई गई है. इस संबंध में महानिदेशक जेल दासोत ने विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि इस अभियान में वे सभी और अधिक उत्साह, लगन, परिश्रम और दृढ़ता से कार्य करें, ताकि जेलों में आपराधिक गतिविधियों के संचालन पर पूर्ण अंकुश लगे और जेल विभाग की छवि और अधिक उज्ज्वल हो.
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राज्य की विभिन्न कारागृहों में ऑपरेशन फ्लश आउट' के अंतर्गत गत 10 सप्ताह में जेलों में 4992 बार आकस्मिक सघन तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान 7 मोबाइल, 44 सिम कार्ड, 23 चार्जर, 19 ईयर फोन, 8 डाटा केबल, अफीम तंबाकू, चरस, बीड़ी, सिगरेट इत्यादि पदार्थ बरामद किए गए हैं.