चित्तौड़गढ़. कपासन के सबजेल के एक बंदी की 12 दिन पहले चित्तौड़गढ़ अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले को लेकर कपासन सबजेल के प्रहरी सहित स्टाफ के खिलाफ हत्या और एससी-एसटी एक्ट का मामला दर्ज किया गया है.
मृतक मेवदा कॉलोनी कपासन निवासी सुरेश के पुत्र राकेश की ओर से कपासन पुलिस थाने में जेल कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दी गई थी. थानाधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि राकेश की रिपोर्ट पर स्थानीय सबजेल के मुख्य प्रहरी विनीत शर्मा सहित स्टाफ के खिलाफ हत्या और एसटी-एससी एक्ट में मामला दर्ज किया गया है. रिपोर्ट में बताया कि 18 मार्च को एक पुलिस कांस्टेबल उसके घर आया और उसके पिता सुरेश के स्थाई वारंटी होने की जानकारी देकर गिरफ्तारी का दबाव बनाया.
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इसके बाद परिजनों ने सुरेश को कपासन कोर्ट में पेश कर दिया और जहां से उसे जेल भेज दिया गया. इसके बाद परिजन 5 अप्रैल को जेल में मिलने पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि उसे चित्तौड़गढ़ हॉस्पिटल ले गए हैं. जिसकी सूचना परिजनों को नहीं दी गई थी. एफआईआर में बताया कि उसके पिता के साथ जेल स्टाफ ने मारपीट की, जिससे वे बेहोश हो गए. इस बात को परिजनों से छिपाया गया. प्रार्थी राकेश सहित परिजन जब चित्तौड़गढ़ हॉस्पिटल गए. सुरेश आईसीयू में भर्ती था.
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दावा है कि उसकी बॉडी पर चोट के निशान थे. चमड़ी काली पड़ी हुई थी और कई जगह खून जमा हुआ था. प्रार्थी ने आरोप लगाया कि जेल कर्मचारियों ने उसके पिता से मारपीट की और गंभीर स्थिति में अस्पताल भेज दिया. अगले दिन 6 अप्रैल को उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. आपको बता दें कि मामले की जांच मजिस्ट्रेट द्वारा की जा रही है. मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई होगी.