चित्तौड़गढ़. जिले में शिक्षा के प्रति ना केवल बालिकाओं का रुझान बढ़ रहा है, बल्कि बालकों के मुकाबले उनकी प्रतिभा निरंतर निखरती जा रही है. इसका अंदाजा हर वर्ष बालिका प्रोत्साहन योजना के आंकड़ों से लगाया जा सकता है. बालिका शिक्षा फाउंडेशन के जरिए जिले की 1648 मेधावी छात्राओं का पुरस्कार के लिए चयन किया गया है, जिन्हें प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ आगे की पढ़ाई के लिए सरकारी सहायता राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी.
इनमें से 29 छात्राओं का चयन इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार के लिए हुआ है. इन छात्राओं को पुरस्कार राशि के साथ-साथ स्कूटी भी प्रदान की जाएगी. जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शांतिलाल सुथार ने बताया कि जिले की 1619 छात्राओं का चयन गार्गी पुरस्कार और प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत किया गया है, जो कि गत वर्ष के मुकाबले ठीक दोगुना है.
गार्गी पुरस्कार के लिए चाइनीस 12वीं उत्तीर्ण छात्राओं को 5000 और दसवीं और ग्यारहवीं उत्तीर्ण गार्गी छात्राओं को तीन-तीन हजार रुपए दिए जाएंगे. सुथार के अनुसार इंदिरा प्रियदर्शनी पुरस्कार में भी तीन श्रेणियां है. वर्ष 2019- 20 में बारहवीं उत्तीर्ण चयनित छात्राओं को 1 लाख और स्कूटी और दसवीं उत्तीर्ण छात्राओं को 75 हजार और आठवीं क्लास की चाइनीस छात्राओं को 40 हजार का पुरस्कार दिया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि इन सभी छात्राओं का मंगलवार को ब्लॉक स्तर पर सम्मान समारोह रखा गया है, जिसमें उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे. इसके 21 दिन बाद संबंधित छात्राओं के खाते में पुरस्कार के अनुसार राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी.