कपासन (चित्तौड़गढ़). जिले के महिला एवं बाल चिकित्सालय में संचालित तीन लिफ्ट में से दो लिफ्ट गत 10 दिनों से खराब थी. जिससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. वहीं, बुधवार को प्रमुखता के साथ इस मुद्दे को उठाया गया. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने गंभीरता से इस मामले में संज्ञान लेते हुए शीघ्रता के साथ एक लिफ्ट को ठीक करवाया.
हालांकि अस्पताल प्रशासन को पहले ही इस ओर ध्यान देना चाहिए था. ज्ञात हो कि जिले के महिला एवं बाल चिकित्सालय महिलाओं और बच्चों के लिए जिले का सबसे बड़ा अस्पताल माना जाता है. यहां हजारों की संख्या में प्रतिदिन लोग इलाज के लिए आते हैं. इसके साथ ही कई प्रसूताओं का प्रसव भी रोजाना चिकित्सालय में होता है. वहीं, चिकित्सकों की ओर से प्रसव के बाद सभी महिलाओं को कम से कम डेढ़ महीने का आराम दिया जाता है. ऐसे में महिलाओं को लिफ्ट बंद होने के कारण सीढ़ियों का इस्तेमाल करना पड़ रहा था. जिससे उन्हें शारीरिक रूप से काफी तकलीफ झेलनी पड़ी.
जानकारी के अनुसार महिला एवं बाल चिकित्सालय के शुरू होने के बाद यहां मरीजों की सुविधाओं को लेकर यहां तीन लिफ्ट लगाया गया था. जिसके बाद मरीजों और उनके परिजनों को काफी सुविधाएं मिली थी, लेकिन गत 10 दिनों से लिफ्ट बंद पड़ गई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इसकी सुध लेना उचित नहीं समझा.
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इस बारे में जानकारी देते हुए महिला एवं बाल चिकित्सालय के प्रभारी जयसिंह मीणा ने बताया कि 24 घंटे के अंदर दो खराब लिफ्ट में से एक लिफ्ट को तत्परता के साथ ही करवाया गया है. उन्होंने कहा कि मरीजों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चिकित्सालय प्रशासन की पहली नैतिक जिम्मेदारी है. उन्होंने बताया कि एक अन्य लिफ्ट जो खराब है. उसे भी आगामी कुछ दिनों में ठीक करवा दिया जाएगा.