ETV Bharat / state

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का मामला, जांच में जुटी पुलिस

चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाने में एक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का मामला सामने आया है. फरियादी ने थाने में रिपोर्ट दी है कि वह अनपढ़ है और अंगूठा लगाती है, जबकि दस्तावेजों में उसके हस्ताक्षर पाए गए. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

land grab case in Chittorgarh, land grab case with fake documents
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का मामला
author img

By

Published : Apr 15, 2021, 11:51 AM IST

चित्तौड़गढ़. कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का एक मामला कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज किया गया है. फरियादी की रिपोर्ट के अनुसार दस्तावेजों में हस्ताक्षर पाए गए, जबकि वह अनपढ़ है और अंगूठा लगाती है. गत महीने उसने कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट भी दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होते देख जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची और उनके समक्ष अपनी व्यथा रखी.

land grab case in Chittorgarh, land grab case with fake documents
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का मामला

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आखिरकार पुलिस ने चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति के पूर्व प्रधान राजपुरिया गांव निवासी जगदीश चंद्र पुत्र नानूराम सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया. शहर के उदयपुर रोड स्थित सेती निवासी पारी बाई पति काशीराम धाकड़ द्वारा इस संबंध में पुलिस अधीक्षक के समक्ष परिवाद पेश किया गया था.

कोतवाली में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार उसके नाम राजपुरिया पटवारी हल्के के एराल गांव में 5.1 हेक्टेयर भूमि दर्ज है, जिसमें से वह एक चौथाई हिस्से की मालिक है और राजस्व खाते में भी दर्ज है.

पढ़ें- जयपुर में रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के घर से 20 लाख रुपए चोरी

फरियादी का आरोप है कि जमीन के बंटवारे के लिए उसने आरोपी संजय मोड को पेड़ पर के लिए नियुक्त किया था, लेकिन जगदीश चंद्र ने अपने पुत्र दीपक, गांव के ही बाबूलाल पुत्र भेरूलाल, बंशीलाल पुत्र भैरूलाल, रामचंद्र पुत्र भेरूलाल तथा संजय के साथ मिलकर जमीन हड़पने का षड्यंत्र रचा और राजस्व लोक अदालत शिविर के दौरान उसके फर्जी हस्ताक्षर कर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर लिए और न्यायालय सहायक कलेक्टर एवं उपखंड अधिकारी के बाद में गलत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर दिया, जबकि भारतीय हस्ताक्षर करना नहीं जानती और सिर्फ अंगूठे की निशानी करती है. फिलहाल कोतवाली पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ कर दिया.

चित्तौड़गढ़. कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का एक मामला कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज किया गया है. फरियादी की रिपोर्ट के अनुसार दस्तावेजों में हस्ताक्षर पाए गए, जबकि वह अनपढ़ है और अंगूठा लगाती है. गत महीने उसने कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट भी दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होते देख जिला पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची और उनके समक्ष अपनी व्यथा रखी.

land grab case in Chittorgarh, land grab case with fake documents
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने का मामला

पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आखिरकार पुलिस ने चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति के पूर्व प्रधान राजपुरिया गांव निवासी जगदीश चंद्र पुत्र नानूराम सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया. शहर के उदयपुर रोड स्थित सेती निवासी पारी बाई पति काशीराम धाकड़ द्वारा इस संबंध में पुलिस अधीक्षक के समक्ष परिवाद पेश किया गया था.

कोतवाली में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार उसके नाम राजपुरिया पटवारी हल्के के एराल गांव में 5.1 हेक्टेयर भूमि दर्ज है, जिसमें से वह एक चौथाई हिस्से की मालिक है और राजस्व खाते में भी दर्ज है.

पढ़ें- जयपुर में रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के घर से 20 लाख रुपए चोरी

फरियादी का आरोप है कि जमीन के बंटवारे के लिए उसने आरोपी संजय मोड को पेड़ पर के लिए नियुक्त किया था, लेकिन जगदीश चंद्र ने अपने पुत्र दीपक, गांव के ही बाबूलाल पुत्र भेरूलाल, बंशीलाल पुत्र भैरूलाल, रामचंद्र पुत्र भेरूलाल तथा संजय के साथ मिलकर जमीन हड़पने का षड्यंत्र रचा और राजस्व लोक अदालत शिविर के दौरान उसके फर्जी हस्ताक्षर कर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर लिए और न्यायालय सहायक कलेक्टर एवं उपखंड अधिकारी के बाद में गलत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर दिया, जबकि भारतीय हस्ताक्षर करना नहीं जानती और सिर्फ अंगूठे की निशानी करती है. फिलहाल कोतवाली पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ कर दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.