कपासन (चित्तौड़गढ़). राजस्थान में कोरोना से रोजाना सैंकड़ों लोगों की मौत हो रही है. अस्पताल बेड्स, ऑक्सीजन और आवश्यक जरूरत के सामानों की कमी से जूझ रहे हैं. कई दिल दहलाने वाली तस्तीरें और खबर सामने आ रही हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया चित्तौड़गढ़ के कपासन से. जहां होम आइसोलेशन में कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई. परिजनों ने कोरोना के डर से शव को हाथ लगाने से मना कर दिया तो तहसीलदार और थानेदार ने शव को श्मशान घाट तक पहुंचाया.
क्या है पूरा मामला
कपासन उपखंड मुख्यालय की रहने वाली एक महिला कोरोना संक्रमित होने के बाद होम आइसोलेशन में रह रही थी. शुक्रवार को महिला की तबीयत बिगड़ी और सुबह मौत हो गई. जिसके बाद थानेदार और तहसीलदार मौके पर पहुंचे. परिजन संक्रमण के डर से शव को हाथ लगाने से डर रहे थे. जिसके बाद तहसीलदार ने मेडिकल टीम से शव को श्मशान पहुंचाने के लिए संपर्क किया तो विभाग ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि महिला की मौत होम आइसोलेशन में हुई है. इसलिए प्रोटोकॉल के तहत बॉडी को पैक करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता. नगरपालिका के अधिकारियों ने भी तहसीलदार का फोन नहीं उठाया.
करीब 2 घंटे तक शव पड़ा रहा लेकिन ना तो चिकित्सा विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ना ही नगरपालिका की. जिसके बाद तहसीलदार मोहकम सिंह और थानाधिकारी हिमांशु सिंह ने पीपीई किट पहन कर महिला के शव को कोरोना गाइडलाइन के तहत पैक किया और श्मशान घाट तक पहुंचाया.