चित्तौड़गढ़. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ताराचंद मीणा ने रविवार को कार्यभार संभाल लिया. मुख्यमंत्री की ओर से ली गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद नवनियुक्त कलेक्टर ने ग्रामीण विकास सभागार में मीडिया कर्मियों से मुलाकात की और अपनी प्राथमिकताएं सामने रखी.
उनका कहना था कि फिलहाल कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर हमारा फोकस रहेगा और प्रशासनिक अधिकारी के साथ बातचीत कर नई रणनीति तैयार की जा रही है. एक सवाल के जवाब में जिला कलेक्टर ने बताया कि अगले दिनों में तीज त्यौहार आ रहे हैं और धार्मिक जगहों पर भीड़-भाड़ की संभावनाओं को देखते हुए हम सोमवार को धर्मगुरुओं और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक बुला रहे हैं जिसमें भीड़ भाड़ की रोकथाम के लिए उनसे सहयोग मांगा जाएगा.
इसके अलावा कंटेनमेंट जोन संबंधी जो शिकायतें आ रही है उन्हें देखते हुए हम क्रॉस टेली की प्लानिंग बना रहे हैं जिसमें संबंधित इलाकों में चिकित्सा विभाग के साथ समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारी भी उनको टेली करेंगे. फिलहाल हमारा मुख्य जोर कोरोना पर काबू पाना है.
खासकर राज्य सरकार की ओर से लाई गई चिरंजीवी योजना के दायरे में अधिकाधिक लोगों को लाने पर प्रशासन का जोर रहेगा. इसके अंतर्गत चित्तौड़गढ़ को दो लाख 38 हजार लोगों के पंजीयन का लक्ष्य मिला है और उसी के अनुसार पंजीयन का काम शुरू कर दिया गया है.
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उन्होंने बताया कि जिले की क्या समस्याएं हैं ? यहां और किन-किन संभावनाओं पर काम किया जा सकता है? अधिकारियों और प्रमुख लोगों से चर्चा के बाद इस पर काम शुरू किया जाएगा. इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भूमि अवाप्ति अंबा लाल मीणा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञान मल खटीक और उपखंड अधिकारी श्यामसुंदर विश्नोई भी मौजूद थे.