चित्तौड़गढ़. प्रदेश कांग्रेस के मुखिया गोविंद सिंह डोटासरा चित्तौड़गढ़ दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को लेकर भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया. इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की ओर से हर जिला मुख्यालय पर कार्यालय निर्माण पर भी सवाल उठाए और पूछा कि क्या भाजपा को नोट छापने की मशीन मिल गई है, जो पांच पांच करोड़ रुपए खर्च कर हर जगह पर अपने कार्यालय बनवा रही है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आजादी के बाद से करीब 60 साल तक देश की सत्ता संभाली, इसके बावजूद पार्टी अपने कार्यालय नहीं बनवा पाई, जबकि भारतीय जनता पार्टी देश के हर जिला मुख्यालय पर कार्यालय का निर्माण करा रही है. इसके लिए हर जिला मुख्यालय पर पांच पांच करोड़ रुपए दिए गए हैं. उन्होंने भाजपा से पूछा कि आखिर यह पैसा कहां से आ रहा है. पार्टी को क्या नोटों के कुंए हाथ लग गए हैं या फिर नोट छापने की मशीन जो ताबड़तोड़ ऑफिस निर्माण में जुटी है.
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उन्होंने साफ कहा कि यह भ्रष्टाचार का ताजा तरीन नमूना है, जिसे जनता भी बखूबी देख रही है और समय आने पर इसका जवाब भी देगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कोरोना प्रबंधन को खुद प्रधानमंत्री तक ने सराहा है. प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर की कक्षाएं तभी खोली जाएंगी जब कोरोना को लेकर जनता में जो खौफ है वह खत्म हो जाएगा.
निजी स्कूलों की ओर से फीस वसूली के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब स्कूल ही नहीं चल रहे हैं तो पूरी फीस किस बात की. हमारा मानना है कि जितना पाठ्यक्रम होगा, उसी के अनुपात में फीस वसूली जा सकेगी और हमारे इस सर्कुलर को खुद न्यायालय तक ने सही ठहराया है. उच्च न्यायालय के आदेशानुसार फीस निर्धारण के संबंध में हमने कमेटी गठित कर दी है, इसके बावजूद भी अगर किसी स्कूल के खिलाफ कोई शिकायत आती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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शिक्षा मंत्री डोटासरा ने सरकार की योजनाओं को भी सामने रखा और कहा कि कोरोना पीरियड के दौरान हमने कोरोना को लेकर अच्छा प्रबंधन किया. निशुल्क जांच हो या फिर संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाए गए कदम, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हर संभव प्रयास किए. पार्टी में खींचतान के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है. मैं अशोक गहलोत और ना ही कोई सचिन पायलट ग्रुप से हूं, हम सब एक हैं और सोनिया गांधी और राहुल गांधी हमारे नेता हैं.