चित्तौड़गढ़. गुजरात के राजकोट में गत दिनों कोविड हॉस्पिटल में हुई आगजनी में रोगियों के जिंदा जलने की घटना के बाद सभी राज्यों में कोविड हॉस्पिटल में ऐसी घटनाओं को रोकने ले लिए विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं. इसी क्रम में राज्य सरकार के निर्देश पर चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर स्थित कोविड हॉस्पिटल में भी स्टाफ को चित्तौड़गढ़ नगर परिषद के दमकलकर्मियों ने प्रशिक्षण दिया है. आपदा के समय किस तरह अलर्ट रहे हैं, वह आग पर किस तरह से काबू पाएं, इस बारे में बताया गया.
जानकारी के अनुसार गुजरात के राजकोट में गत 27 नवम्बर को कोविड अस्पताल में हुई अग्निकांड घटना में 6 कोविड मरीजो की मौत हो गई थी. इस घटना को लेकर हर किसी को सकते में डाल दिया था. संबंध में माननीय न्यायालय द्वारा आग के संबंध में चिन्ताजनक विषय बताया था. वहीं सरकारों को इस सम्बंध में विशेष कदम उठाने के निर्देश दिए थे.
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इस घटना से सभी राज्यों ने सबक लिया और कोविड हॉस्पिटल में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इस सम्बन्ध में कदम उठाने के निर्देश दिए गए. इसे लेकर राजस्थान सरकार ने भी आदेश जारी किए थे. इस पर कोविड अस्पतालों में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए नगर परिषद चित्तौड़गढ़ के अग्निशमन दल प्रशिक्षण दिया है. इसके लिए दमकलकर्मियों की टीम अग्निशमन अधिकारी मेवाराम फौजदार के नेतृत्व में कोविड़ हॉस्पिटल पहुंची. यहां मौजूद समस्त स्टाफ को आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशिक्षण दिया गया. यहां डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में फायर फाइटिंग के उपायों की समीक्षा करते हुए फायर प्रिवेंशन ड्रिल करवाई गई.