चित्तौड़गढ़. भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया (Former Chief Minister Vasundhara Raje Scindia) ने अपनी तीन दिवसीय मेवाड़ दर्शन यात्रा (Mewar Darshan Yatra of Vasundhara) के दौरान पूरी तरह से व्यवस्थाएं देखने को मिली हैं. हेलीपैड से लेकर सभा स्थल तक धक्का-मुक्की का आलम रहा.
हालत यह हो गई कि चित्तौड़गढ़ जिला प्रमुख सुरेश जाखड़ और निंबाहेड़ा पुलिस उप अधीक्षक सुभाष चंद्र खोजा आपस में उलझ गए. मंच पर जाने को लेकर इनके बीच उलझने की बात भी सामने आई. पुलिस कर्मियों और कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव किया. जिला प्रमुख और डिप्टी एसपी के आपस में उलझने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
सभा के दौरान लोग मंच पर भारी भीड़ जमा हो गई थी. ऐसे में पूर्व सीएम तक कार्यकर्ताओं से नीचे उतरने के लिए आग्रह करती दिखी. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तीन दिवसीय मेवाड़ दर्शन यात्रा की शुरूआत चित्तौड़गढ़ जिले के मण्डफिया स्थित सांवलियाजी मंदिर के दर्शन के साथ की. यात्रा के दौरान हेलिपैड के साथ सभास्थल पर मंच के पर भी अव्यवस्थाएं हो गई.
पढ़ें- पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पहुंची सांवलिया सेठ के दरबार
कंट्रोल नहीं होने के कारण कार्यकर्ताओं में भी मंच पर पहुंचने की होड़ लग गई. ऐसे में मंच पर भारी भीड़ जमा हो गई. राजे का जब स्वागत चल रहा था तब नाम पुकार कर जनप्रिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों को मंच पर बुलाया जा रहा था. जिला प्रमुख सुरेश धाकड़ भी मंच पर जाने लगे. यहां ड्यूटी पर मौजूद निम्बाहेड़ा डिप्टी सुभाष खोजा ने उन्हें रोक लिया. इस बात को लेकर दोनों उलझ गए.
जिला प्रमुख और डिप्टी एसपी के बीच नौबत धक्का मुक्की तक पहुंच गई. गनीमत रही कि समय पास में ही मौजूद विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, भाजपा नेता वसीम खान, किशन चौधरी के अलावा पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव करते हुए दोनों को दूर किया. पुलिस के रवैये को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश दिखा.