चित्तौडगढ़. विश्व विकलांग दिवस के उपलक्ष में जिला परियोजना समन्वयक और समग्र शिक्षा अभियान के तहत दो दिवसीय विशेष आवश्यकता वाले बालक बालिकाओं के लिए 10वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता और प्रदर्शन का समापन मंगलवार दोपहर को हुआ. जिसके मुख्य अतिथि जिला कलक्टर थे. इस कार्यक्रम में जिला कलक्टर ने दिव्यांग विद्यार्थियों की हौंसला अफजाई करते हुए आगे बढ़ने का आह्वान किया.
जानकारी के अनुसार जिला स्काउट एंड गाइड परिसर में विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर दो दिवसीय विशेष आवश्यकता वाले बालक बालिकाओं के लिए 10वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता और प्रदर्शनी का आगाज सोमवार को हुआ था.
इस दौरान बच्चों के लिए कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में जिले के सभी 11 ब्लॉक के विद्यार्थियों ने भाग लिया. वहीं, मंगलवार दोपहर प्रतियोगिता का समापन समारोह हुआ. इसमें चित्तौडगढ़ जिला कलक्टर चेतनराम देवड़ा मुख्य अतिथि थे. जिन्होंने विजेता और प्रतिभाशाली दिव्यांग विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया.
वहीं, जिला कलक्टर ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिव्यांग जनों को ईश्वर ने एक विशेष शक्ति प्रदान की है जो कि आम इंसानों में देखने को नहीं मिलती है. इनमें कुछ कर गुजरने की क्षमता होती है. ईश्वर उन्हें बहुत ही शक्तिशाली बनाता है और सभी दिव्यांग जनों में यह शक्ति मौजूद है.
जिला कलेक्टर ने यह भी कहा कि दिव्यांग जनों के लिए सरकार विभिन्न प्रकार की योजनाएं ला रही है. जिससे कि दिव्यांग जनों को आगे बढने का हौंसला मिलता रहे और दिव्यांग जनों का मनोबल ऊंचा होता रहे.
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इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शांतिलाल सुथार, एडीपीसी राजेंद्र शर्मा सहित कई अधिकारी और दिव्यांग बालक बालिकाओं के साथ उनके अभिभावक भी मौजूद रहे. मुख्य अतिथि ने अंत में ध्वज अवतरण कर प्रतियोगिता के समापन की घोषणा की. इससे पूर्व जिला कलक्टर ने दिव्यांग जन की ओर से लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन किया. साथ ही दिव्यांग जन की ओर से तैयार किए दो बैग भी क्रय किए.