चित्तौड़गढ़. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने रविवार को जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए. इस दौरान वे विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों से मिले और उन्हें मिल रहे उपचार और सुविधाओं को लेकर फीडबेक लिया.
उन्होंने पीएमओ डॉ. दिनेश वैष्णव से ऑक्सीजन, बेड, दवाइयों सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की और निर्देश दिए कि जिले के किसी भी मरीजों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए और चिकित्सा विभाग प्रयास करे कि हर मरीज को गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपूर्ण इलाज मिल सके.
जिला कलेक्टर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से काफी केस आ रहे हैं, पहले लोग भी अस्पतालों में भर्ती होने के भय से सैम्पल नहीं दे रहे थे, अब झिझक दूर हुई है तो अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं और समय पर जांच होने से समय पर इलाज शुरू हो पा रहा है.
उन्होंने बताया कि बजट दे दिया गया है और हर ग्राम पंचायत में कोविड केयर सेंटर खोले जा रहे हैं, जहां खुले हैं वहां लोग इन सेंटर्स में आने लगे हैं, जिससे समय पर इलाज पाकर वे स्वस्थ हो घर जा रहे हैं. जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन दिन-रात कोरोना रोकथाम के प्रयास में जुटा है, रोज बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं, गांव-गांव कोविड केयर सेंटर खोले जा रहे हैं, ऑक्सीजन और दवाइयों की उपलब्धता निरंतर सुनिश्चित की जा रही है.
उन्होंने बताया कि जिले में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में है और वर्तमान में कई जिलों को आपूर्ति भी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिंक स्थित ऑक्सीजन प्लांट में जल्द कम्प्रेसर आ जाने से हमारी क्षमता और बढ़ जाएगी. जिला कलेक्टर ने कहा है कि जिले में संसाधनों की वर्तमान में कोई कमी नहीं है.
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी ऑक्सीजन बेड काफी खाली है, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोग जिला मुख्यालय पर आने के बजाय अपने क्षेत्र के कोविड केयर सेंटर पहुंच सकते हैं, इस तरह से उन्हें समय पर इलाज भी मिल जाएगा और संसाधनों का सदुपयोग भी हो पाएगा.