चित्तौड़गढ़. जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने विभिन्न बैंकों के अधिकारियों की बैठक ग्रामीण विकास सभागार में लेकर कोरोना रोकथाम को लेकर समीक्षा की. बैठक में बैंकों में स्टाफ एवं ग्राहकों को सुरक्षित रखने, कोरोना रोकथाम के उपाय करने, लोगों को जागरूक करने आदि विषयों पर चर्चा की गई. बैठक में जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि सभी बैंक प्रबंधक अपने स्टाफ को मॉनिटर करते रहें, आई एल आई लक्षण दिखाई देने पर कर्मचारी का टेस्ट करवाएं, ऑफिस में पल्स ऑक्सीमीटर रखें एवं सभी प्रकार की सावधानी बरतें.
जिला कलेक्टर ने विविन बैंकों स्टाफ के निरंतर पॉजिटिव आने पर चिंता जाहिर करते हुए निर्देश दिए कि बैंकों में गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाएं. इसके अलावा जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सरकार द्वारा ऐसी कई योजनाएं संचालित हैं, जिनमें लोग ऑनलाइन आवेदन करते हैं, इसलिए इस खाली समय का सदुपयोग उन आवेदनों की स्वीकृतियों में करें एवं आमजन को राहत प्रदान करें. जिला कलेक्टर ने कहा कि कोरोना काल में कई लोग बेरोजगार भी हुए हैं. इसलिए रोजगार सृजन योजनाओं से आमजन को लाभान्वित कर लोगों को रोजगार प्रदान करें.
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जिला कलेक्टर ने कहा कि बैंककर्मियों का लोगों से अच्छा संपर्क होता है. इसलिए बैंककर्मी लोगों से कम्युनिकेट करें, उनसे धरातल पर हो रही गतिविधियों का फीडबैक लेते रहें एवं आवश्यक सुझाव से प्रशासन को अवगत कराते रहें. जिला कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन हर संभव सहयोग के लिए तैयार है. बैठक में जिला कलेक्टर ने सभी बैंक प्रतिनिधियों से सीएसआर के तहत आमजन की भलाई के लिए सहयोग करने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि बैंक प्रबंधक एक-एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर देने पर विचार करें, अगर इस समय बैंकों द्वारा कोरोना की लड़ाई में सहयोग मिलता है, तो इससे आमजन को काफी राहत मिलेगी.
जिला कलेक्टर ने बैंक प्रबंधकों से कहा कि बैंकों में आने वाले आमजन को निरंतर जागरूक करते रहें एवं लोगों से विवाह कार्यक्रमों को स्थगित करने की अपील करें. उन्होंने कहा कि शादी जैसे यादगार पल को कोरोना काल के बाद सेलिब्रेट करना ही बेहतर है. उन्होंने बैंक प्रबंधकों से कहा कि इसके लिए ग्राहकों को मोटिवेट करें. बैठक में बैंक प्रबंधकों ने अपनी अपनी शाखाओं में सुरक्षा के लिए बरते जा रहे उपायों के बारे में बताया. बैंक प्रबंधकों ने बताया कि उनकी शाखाओं में ग्राहकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित की जा रही है. प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर रखा हुआ है. स्टाफ के लिए शिल्ड ग्लास कवर लगाया हुआ है एवं आरबीआई द्वारा जारी गाइडलाइन की भी पालना की जा रही है.
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बैठक में पीएमओ डॉ. दिनेश वैष्णव ने कहा कि जिस ढंग से बैंकों में सुरक्षा के मानकों की पालना होनी चाहिए वह नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि आए दिन बैंकों से मरीज सामने आ रहे हैं. पीएमओ ने कहा कि बैंक कर्मियों को कैश डीलिंग भी करनी पड़ती है एवं इसके लिए अत्यंत सावधानी बरतनी आवश्यक है. पीएमओ ने कहा कि बैंक प्रबंधक अपने यहां हाइपोक्लोराइट का नियमित रूप से छिड़काव करें, आमजन के लिए भी प्रवेश द्वार पर मास्क रखें, सुरक्षाकर्मियों को स्ट्रिक्ट करें एवं एक्टिव मोड में कोरोना रोकथाम को लेकर कार्य करें.