चित्तौड़गढ़. जिला कलेक्टर केके शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला परिषद के ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में जिला यातायात प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित हुई. इसमें जिला कलेक्टर ने बसों और ऑटो में सैनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था कराने के निर्देश दिए.
बैठक में नगर परिषद द्वारा शहर में वेंडर जोन और नॉन वेंडर जोन घोषित किए जाने, ट्रैक्ट्रर-ट्रॉली और ऊंटगाड़ी पर रिफ्लेक्टर लगाए जाने के निर्देश दिए. साथ ही आवारा पशुओं को गौशालाओं में भेजने, जिले की सड़कों से पेड़ या झाड़िया हटाएं जाने, मुख्य मार्गों पर गति नियंत्रक संकेतक बोर्ड लगाने, जिले में सड़क दुर्घटनाओं, सड़क सुरक्षा जन-जागरूकता कार्यक्रम और सड़क दुर्घटनास्थलों का चिन्हीकरण किए जाने के संबंध में चर्चा की गई.
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जिला कलेक्टर ने दुर्घटनाग्रस्त मोड़ पर साइन बोर्ड लगाने, स्पीड ब्रेकर बनाए जाने, सांकेतिक बोर्ड लगाने के संबंध में एनएचएआई और पीडब्लूडी के अधिकारियों को निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना स्थल के प्वाइंट का संयुक्त निरीक्षण कर वहां सुधार करा लें. उन्होंने बैठक में ऑटो रिक्शा और निजी बसों को सोडियम हाइपोक्लोराइट के द्वारा सैनिटाइज करने के साथ ही उनमें बैठने वाले यात्रियों के भी सैनिटाइजेशन की व्यवस्था और कोरोना (कोविड-19) की गाइडलाइंस की पालना कराने को कहा.
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बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर (प्रशासन) मुकेश कुमार कलाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, यूआईटी सचिव सीडी चारण, उपखंड अधिकारी श्याम सुन्दर बिश्नोई, नगर परिषद आयुक्त दुर्गा कुमारी और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.