चित्तौड़गढ़. जिले में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला नगर परिषद ने शुक्रवार से जिला मुख्यालय पर बड़ी मुहिम शुरू की है. जिसके तहत नगर परिषद मास्क नहीं लगाने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करेगा. नगर परिषद के इस कदम से व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
जानकारी के अनुसार दिवाली के बाद से ही जिला मुख्यालय के अलावा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना के मामले बढ़ रहे थे. ऐसे में जिला कलेक्टर ने अधीनस्थ अधिकरियों से आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया था. इसी को लेकर नगर परिषद की ओर से यह सख्त कदम उठाया गया है.
पढ़ेंः झुंझुनू: प्रथम फेज में 10277 हेल्थ केयर वर्करों का होगा वैक्सीनेशन
नगर परिषद आयुक्त रिंकल गुप्ता ने बताया कि नगर परिषद ने शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए एक मुहिम शुरू की है. जिसके तहत स्वास्थ्य निरीक्षक संजय खोकर के नेतृत्व में टीम बनाई है. टीम द्वारा शुक्रवार को शहर के बाजारों का निरीक्षण कर मास्क नहीं लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करने वालों के खिलाफ चालान बनाना शुरू किया. इसकी शुरुआत शहर में गोल प्याऊ से की गई.
यहां बिना मास्क लगाए दुकानदारों और ग्राहक पर कार्रवाई की गई. वहीं सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं होने और 5 से अधिक ग्राहक बैठे होने पर भी दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. अभियान के तहत कई दुकानदारों के चालान काटे गए हैं.
नगर परिषद द्वारा की जा रही कार्रवाई को देखते हुए दुकानदारों में हड़कंप मच गया. लोग टीम को देखकर मास्क लगाने लग गए. बता दें कि जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. बुधवार को आई रिपोर्ट में जहां 18 कोरोना मरीज पाए गए. वहीं, गुरुवार को संख्या में इफाजा होते हुए संख्या बढ़ कर 50 तक पहुंच गया.
पढ़ेंः बाड़मेर में हिरण का शिकार करते शिकारी को रंगे हाथों ग्रामीणों ने दबोचा...
शहरी क्षेत्र में लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. बीते 18 दिन में 330 पॉजिटिव पाए गए. जिले का आंकड़ा देखा जाए तो अब तक 3 हजार से भी ज्यादा कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. ऐसे में राज्य सरकार व प्रशासन की और से लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है और गाइडलाइन की पालना करने के निर्देश दिए जा रहे है.
पहले वीडियोग्राफी फिर चालान...
जानकारी में सामने आया कि नगर परिषद की ओर से चालान को लेकर अभियान चलाया गया है. इसके तहत नगर परिषद के कर्मचारी पहले दुकानों पर जाकर वीडियोग्राफी कर रहे हैं. उसके बाद चालान बना रहे हैं. जिससे बाद में कोई भी व्यवसायी इस बात से नहीं पलट सके कि उन्होंने नियमों की पालना की थी. ऐसे में एक कर्मचारी पहले वीडियोग्राफी कर रहा है. बाद में साथ-साथ चल रही टीम व्यवसायी का चालान बना रही है.