चित्तौड़गढ़. जिला परिषद के सीईओ ज्ञानमल खटीक ने सोमवार को पंचायत समिति भैंसरोड़गढ़ में विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारियों, कनिष्ठ लिपिकों सहित अन्य कार्मिकों की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक ली. बैठक में सीईओ खटीक ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना की जानकारी देकर ग्राम स्तर तक वार्ड पंचों के साथ बैठक कर वार्डवार चिरंजीवी योजना के लिए सूची तैयार कर लोगों को जागरूक कर उनका बीमा करवाने के निर्देश दिए.
सीईओ ने मनरेगा की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक श्रमिकों का नियोजन करने और कार्यस्थल पर कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत अपूर्ण आवासों को शीघ्र पूरा करने, स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत सामुदायिक शौचालय निर्माण का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए. सीईओ ने मनरेगा में क्रियाशील श्रमिक संख्या के आधार पर 25 हजार से 30 हजार श्रमिक प्रतिदिन नियोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
बैठक में सीईओ के साथ नरेगा के अधिशाषी अभियंता राजेश पुंगलिया उपस्थित रहे.चेक-पोस्ट का निरीक्षण कर दिए निर्देशजिला परिषद सीईओ ज्ञानमल खटीक ने अंतरराज्यीय बोर्डर पर बनाई गई चेक पोस्ट टाकरदा (गोपालपूरा) और बोहरबावड़ी सहित अन्य चेकपोस्ट का निरीक्षण कर रिकोर्ड संधारण देखा और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. सीईओ ने आरटी-पीसीआर रिपोर्ट देखने के बाद ही लोगों को प्रवेश देने के निर्देश दिए.
सीईओ ने चेकपोस्ट पर प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा होने पर उनके ठहरने के लिए तीनों चेक पोस्ट पर भवनों का चिन्हीकरण करने के निर्देश दिए. इसी के साथ विकास अधिकारी से कहा कि ग्राम पंचायत के माध्यम से श्रमिकों के लिए भोजन-पानी और ठहरने की समुचित व्यवस्था की जाए और भामाशाहों का सहयोग भी लिया जाए.
अधिकारियों की बैठक लेकर की समीक्षा
जिला परिषद सीईओ ज्ञानमल खटीक ने रावतभाटा में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर कोरोना रोकथाम को लेकर समीक्षा की. सीईओ ने आमजन से अपील कर कहा कि गाइडलाइन का पालन करें, आवश्यक होने पर ही बाहर निकलें, बाहर राज्य से आने वाले लोग अनिवार्य रूप से क्वारेंटाइन होकर रहें. जिला परिषद सीईओ ने बैठक के बाद आम लोगों से कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करने, जन अनुशासन पखवाड़े में सहयोग करने, चिरंजीवी योजना में पंजीयन करने के लिए कहा और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सहयोग की अपील की.
चित्तौड़गढ़ में टीम जीवनदाता ने किया रक्तदान
कोरोना महामारी के इस दौर में जिले में रक्तदान के क्षेत्र में लंबे समय से जरूरतमंद मरीजों को जीवनदान दे रही टीम जीवनदाता ने फिर एक बार गर्भवती को नया जीवनदान दिया है. पिछले साल भी कोरोना काल मे टीम जीवनदाता ने खूब प्रयास कर लाइव डोनर बुलाकर मरीजों का जीवन बचाने में जिले में अग्रणी भूमिका निभाई. सोमवार को जिला महिला बाल चिकित्सालय में गरदाना निवासी 22 वर्षीय सुंदर देवी की डिलेवरी हुई डिलेवरी के दौरान गर्भवती को अचानक ब्लीडिंग होने लगी तो चिकित्सकों ने तुरंत ब्लड अरेंज करने को कहा. परिजनों की ओर से ब्लड बैंक में पता किया लेकिन गर्भवती सुंदर देवी का ब्लड ग्रुप "ओ नेगेटिव" ब्लड बैंक में उपलब्ध नही था परिजनों द्वारा काफी प्रयास कर अंत मे टीम जीवनदाता से सम्पर्क किया और मदद की गुहार लगाई. उसकी हालत बहुत नाजुक थी. टीम जीवनदाता ने तुरंत स्थिति भांपते हुए ओ नेगेटिव ग्रुप के रक्तवीर दशरथ धाकड़ बड़ावली से सम्पर्क किया. दशरथ अपना सब काम छोड़कर तुरन्त गर्भवती को नया जीवन देने के लिए 15 मिनट में ब्लड बैंक पहुंच गए जहां दशरथ ने नौंवी बार दुर्लभ ब्लड ग्रुप डोनेट कर जीवनदान दिया। पूर्व में भी दशरथ 8 बार इमरजेंसी में लाइव डोनेशन कर मरीजों के लिए जीवनदाता बन चुके है.