चित्तौड़गढ़. जिले में आगामी 12 और 13 मार्च को फोर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. दो दिवसीय फेस्टिवल के दौरान क्या-क्या कार्यक्रम होंगे, इसे लेकर जिला कलेक्टर केके शर्मा ने बुधवार को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण में पत्रकारों से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने क्या-क्या आकर्षण के केंद्र होंगे, इसकी विस्तार से जानकारी दी.
अतीक जिला कलेक्टर भूमि अवाप्ति अंबा लाल मीणा और जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी प्रवेश परदेशी की ओर से इस बारे में प्रारंभिक जानकारी दी गई. बाद में जिला कलेक्टर शर्मा सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों ने फेस्टिवल से संबंधित ब्रोशर का लोकार्पण किया. जिला कलेक्टर ने बताया कि हालांकि कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है, लेकिन हम चित्तौड़गढ़ की इस परंपरा को कायम रखते हुए यह आयोजन करने जा रहे हैं.
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उन्होंने बताया कि 12 मार्च को गोरा बाजार स्टेडियम से शोभायात्रा के साथ इसका आगाज होगा, जो कि 4 किलोमीटर का फासला तय करते हुए सुबह 10:00 बजे फतेह प्रकाश संग्रहालय पहुंचेगी. जहां पतंगबाजी के साथ-साथ पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कई प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. वहीं अश्व प्रतियोगिता और रंगोली का भी आयोजन होगा. फतेहपुर का संग्रहालय ही आर्ट कैंप का आयोजन होगा. वहीं शाम को सांस्कृतिक संध्या इंदिरा गांधी ऑडिटोरियम में होगी.
शर्मा ने बताया कि 13 मार्च को सुबह 7:00 बजे रन फॉर फोर्ट मैराथन गोरा बादल स्टेडियम से शुरू होगी, जो कि करीब 8 से 10 किलोमीटर का फासला तय करते हुए दुर्ग स्थित फतेह प्रकाश संग्रहालय पहुंचेगी. जहां पतंगबाजी के अलावा केवल कंपटीशन और आर्ट कैंप का आयोजन होगा. इसमें मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान की विभिन्न हिस्सों से आने वाले चितेरे विरासत संरक्षण की थीम को बैकग्राउंड पर लेते हुए अपनी कल्पनाओं को कैनवास पर उतारेंगे.
शाम 7:00 बजे दीपदान होगा. वहीं 7:30 से 9:00 तक इंदिरा गांधी स्टेडियम में सांस्कृतिक संध्या के आयोजन के साथ का समापन होगा. कलेक्टर शर्मा ने बताया कि इस बार तीन नए आकर्षण होंगे, जिसमें 3 दिन के लिए चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर रंग बिरंगी रोशनी की जाएगी. वहीं कैमल कंपटीशन के साथ-साथ दुर्ग के विभिन्न स्थानों पर राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से आए लोक कलाकार दोनों दिन अपनी प्रस्तुतियां देते दिखाई देंगे. इस मौके पर उपखंड अधिकारी श्यामसुंदर विश्नोई, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शांतिलाल सुथार, सहायक पर्यटन अधिकारी शरद व्यास मौजूद थे.