कोटा : चाइनीज मांझा पूरे देश में पक्षियों और आम जनता के लिए चिंता का कारण बन चुका है. इससे कई दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें मौतें भी शामिल हैं. मकर संक्रांति के अवसर पर कोटा पुलिस ने चाइनीज मांझा पर सख्त नियंत्रण लगाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं. पतंगबाजी ज्यादातर बच्चे करते हैं और नाबालिग होने के कारण पुलिस केवल उन्हें समझा पाती है, लेकिन अब पुलिस ने बच्चों के माता-पिता को चेतावनी दी है कि अगर उनका बच्चा चाइनीज मांझा से पतंग उड़ाता हुआ पाया गया, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इसके अतिरिक्त कोटा पुलिस ने चाइनीज मांझा पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग शुरू कर दिया है. मकर संक्रांति पर नियमों के अनुसार ही पतंग उड़ाने की अनुमति दी गई है. पुलिस ड्रोन के माध्यम से पतंगबाजी पर नजर रखेगी. अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो पुलिस कार्रवाई करेगी. पुलिस उप-अधीक्षक तृतीय, राजेश टेलर ने बताया कि मकर संक्रांति के दौरान चाइनीज मांझा की खरीदारी और बिक्री की कई शिकायतें मिल रही हैं. पुलिस ने तय किया है कि व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, अगर कोई नाबालिग चाइनीज मांझा खरीदते हुए पाया गया, तो उसके परिजनों की जिम्मेदारी तय की जाएगी.
इसे भी पढ़ें- चाइनीज मांझे से कटा बाइक सवार युवक का गला और हाथ, परिजनों ने जताया आक्रोश
पुलिस ने निगरानी बढ़ाई : इसके अलावा मकर संक्रांति के दौरान छतों पर साउंड सिस्टम लगाने से होने वाले शोर-शराबे को भी नियंत्रित किया जाएगा, क्योंकि इससे तनाव और अन्य परेशानियां होती हैं. पुलिस ड्रोन और पब्लिक अनाउंसिंग सिस्टम के माध्यम से लोगों को समझा रही है और चाइनीज मांझा बेचने वाले व्यापारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. कई व्यापारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं और कुछ को गिरफ्तार भी किया गया है.
रेलवे ने जारी की एडवायजरी : वहीं, रेलवे ने भी एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) के पास पतंगबाजी करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि वहां 25,000 वोल्ट का करंट प्रवाहित होता है. चाइनीस मांझा के कारण यदि पतंग ओएचई की तारों में फंस जाती है, तो करंट के कारण पतंग उड़ाने वाले को गंभीर नुकसान हो सकता है. रेलवे ने इस खतरे से बचने की सलाह दी है, क्योंकि पूर्व में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें पतंगबाजी के कारण करंट लगने से कई दुर्घटनाएं हुई हैं.