चित्तौड़गढ़. जिले में विगत एक सप्ताह में बर्ड फ्लू से हो रही मौत का सिलसिला जारी है. हालांकि, मौत के आंकड़ों में कमी आई है. पक्षियों की संक्रमण से मौत की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग अन्य विभागों के साथ मिल कर प्रयास कर रहा है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक, सोमवार दोपहर 1 बजे तक बीते 24 घंटों में केवल पक्षियों की मौत के मामले ही सामने आए हैं. इससे विभाग थोड़ी राहत मान रहा है.
जानकारी के अनुसार, चित्तौड़गढ़ जिले में विगत एक सप्ताह से बर्ड फ्लू के चलते विभिन्न पक्षियों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ. फ्लू का सबसे ज्यादा असर जिले के निंबाहेड़ा और कपासन उपखंड क्षेत्र में देखने को मिला है. यहां पर सबसे अधिक पक्षियों की मौतें देखने को मिली हैं. बर्ड फ्लू के कहर को रोकने के लिए पशुपालन विभाग के साथ स्थानीय नगरपालिका सहित अन्य विभाग लगातार प्रयासरत हैं.
पढ़ें: राहत भरी खबर : उदयपुर में No Bird Flu, एहतियातन के लिए प्रशासन सतर्क
मृत पक्षियों के निस्तारण के लिए भी विभाग ने माकूल व्यवस्थाएं की हैं. वैज्ञानिक तरीके से मृत पक्षियों का निस्तारण हो रहा है. जिससे कि अन्य जीवों में संक्रमण नहीं फैले. वहीं, बीते दिनों की तुलना में सोमवार दोपहर एक बजे तक मृत पक्षियों की संख्या में कमी आई है. ऐसे में पशु पालन विभाग के लिए ये 24 घंटे राहत भरे रहे हैं. पशुपालन विभाग के उपनिदेशक नेत्रपालसिंह ने बताया कि विगत एक सप्ताह में पूरे जिले में 224 पक्षियों की मौत हुई हैं. जिसमें से अधिकांश कौवे शामिल है. इसके अलावा मृत पक्षियों में कबूतर, तोते और चिड़िया भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि मृत पक्षियों के निस्तारण के लिए भी समुचित व्यवस्था की गई है. इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग बेहतर का कर रहा है.