उदयपुर : झीलों की नगरी उदयपुर में शनिवार को 10 दिवसीय शिल्पग्राम महोत्सव का आगाज हुआ. इस दौरान राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े ने कहा कि लोक कलाएं जीवन का उजास और सामूहिक चेतना है. भारतीय संस्कृति की जड़ें इतनी गहरी हैं कि उसे कोई मिटा नहीं सकता है. महाराणा प्रताप को याद करते हुए कहा उन्होंने कि इस वीर सपूत ने मेवाड़ की भूमि को स्पर्श कर इसे वंदनीय बना दिया. महाराणा प्रताप ने हमारी संस्कृति को मिटाने आए मुगलों को सफल नहीं होने दिया.
10 दिन तक महोत्सव : 30 दिसंबर तक ‘लोक के रंग-लोक के संग’ थीम पर आधारित शिल्पग्राम महोत्सव के लोकरंजक कार्यक्रमाें का आगाज हो गया है. उत्सव मेवाड़ सहित प्रदेश, देश और विदेश के लोक कला और संस्कृति प्रेमियों को भरपूर मनोरंजन के साथ ही लोक संस्कृतियों के विषय में ज्ञानवर्द्धन भी करेगा.
समारोह के आरंभ में राज्यपाल बागड़े ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया और शिल्पग्राम परिसर का अवलोकन किया. गवर्नर सहित सभी अतिथियों ने लोक संस्कृति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी देखीं. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रविवार को शिल्पग्राम महोत्सव में आएंगे. वे दोपहर 2:30 बजे शिल्पग्राम का दौरा करेंगे.
उद्घाटन समारोह में संगीत और नृत्यों ने बांधा समां : उद्घाटन समारोह में 'रिदम ऑफ इंडियन-म्यूजिकल सिंफनी' में शामिल विभिन्न राज्यों के दो दर्जन से अधिक वाद्य यंत्रों पर 50 से ज्यादा कलाकारों की बजाई धुनों ने शिल्पग्राम का माहौल संगीतमय बना दिया. मुक्ताकाशी मंच पर मौजूद दर्शकों को खूब पसंद आया. वहीं, 15 फोक डांस की 'कलर्स ऑफ इंडिया' सामूहिक प्रस्तुति में 225 डांसर्स के सामूहिक डांस ने भी खूब समां बांधा.
आज से 'हिवड़ा री हूक' होगा शुरू : 'हिवड़ा री हूक' कार्यक्रम का रविवार से आगाज होगा. बंजारा मंच पर इस कार्यक्रम में हर संगीत प्रेमी को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका मिलेगा. यह 'हूक' प्रोग्राम 22 से 29 दिसंबर तक रोजाना दिन में 12 बजे से दोपहर 4 बजे तक चलेगा. पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि 'हिवड़ा री हूक' में प्रस्तुतियों के दौरान सांस्कृतिक प्रश्नोत्तरी यानी क्विज भी हर आर्ट लवर को खूब लुभाएगा. इसमें सही जवाब देने वाले कला प्रेमियों को 'शिल्पग्राम मोमेंटो' से नवाजा जाएगा.
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प्रदान किए पुरस्कार : राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े ने समारोह में डॉ. रूप सिंह शेखावत (भवाई लोक नृत्य) और गणपत सखाराम मसगे (कठपुतली एवं चित्रकला) को डॉ. कोमल कोठारी लाइफ टाइम अचीवमेंट लोक कला पुरस्कार प्रदान किया. इस पुरस्कार में प्रत्येक को एक रजत पट्टिका के साथ 2.51 लाख रुपए की राशि प्रदान की गई.
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में हवाला रानी रोड स्थित शिल्पग्राम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर की ओर से आयोजित इस महोत्सव के उद्घाटन समारोह को राज्यपाल बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. मुक्तकाशी मंच पर आयोजित इस समारोह में उन्होंने परंपरानुसार नगाड़ा बजाकर शुभारंभ किया. इससे पूर्व उन्होंने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलन किया. राज्यपाल बागड़े ने कहा कि शिल्पग्राम एक ऐसा स्थल है, जो देश के विभिन्न प्रांतों की लोक संस्कृति को एक सूत्र में पिरोता है. यहां उत्सव में कई राज्यों के विभिन्न संस्कृतियों से जुड़े कलाकार और हस्तशिल्पी आते हैं. साथ ही लोग एक-दूसरे राज्यों के व्यंजनों और व्यवहार से भी वाकिफ होते हैं. राज्यपाल ने महोत्सव के सफल आयोजन के लिए पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान और उनकी टीम की तारीफ करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी.