चित्तौड़गढ़. जिले के बेगूं उपखंड मुख्यालय पर गत सप्ताह खटीक मोहल्ला में विधवा महिला को बंधक बनाकर हुई लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा (Chittorgarh police solved widow loot case) कर दिया है. इस मामले में पीड़िता का देवर ही मुख्य सूत्रधार निकला. मामले में पुलिस ने 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. दो बदमाशों को पुलिस ने बापर्दा रखा है.
चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने बताया कि पीड़िता शांतिबाई पत्नी स्वर्गीय माहेश्वरीलाल खटीक ने रिपोर्ट में बताया कि 12 फरवरी की रात को अज्ञात बदमाश उसके मकान में घुसे तथा चाकू की नोक पर सोने और चांदी के आभूषणों के अलावा 14 लाख की नकदी, खेती के दस्तावेज, स्टाम्प आदि लूट कर के ले गए.
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पुलिस ने मुखबिर की सूचना व तकनीक का प्रयोग कर वारदात का खुलासा किया. मामले में पुलिस ने पीड़िता के देवर मुकेश व उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुकेश ने पूछताछ में अपने परिचित सुनील कंजर, नीमचंद्र उर्फ नीमा व वीरू कंजर के साथ वारदात करना स्वीकारा. बेगूं निवासी रमजान उर्फ रंजू को भी वारदात में शामिल होने के चलते गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों से वारदात में लूट के आभूषण, नकदी के संबंध में पूछताछ की जा रही है.