चित्तौड़गढ़. जिला मुख्यालय पर नगर परिषद द्वारा बुधवार को पन्नाधाय बस स्टैंड के सामने की गई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के विरोध में एक युवक ने जहर खा लिया था. जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी. इस पूरे मामले के बाद परिजनों ने अस्पताल में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और शव को ना उठाने की बात पर अड़ गए. हालांकि, गुरुवार को नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा और मृतक के परिजनों के बीच समझाइश होने के बाद शव को उठाया गया, जिसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली.
जानकारी के अनुसार बुधवार को नगर परिषद के अतिक्रमण निरोधक दल द्वारा गांधीनगर क्षेत्र में पन्नाधाय बस स्टैंड के सामने 'अतिक्रमण हटाओ अभियान' के अंतर्गत कार्रवाई की गई थी. इनमें एक व्यक्ति का नव निर्मित मकान और दीवार को नगर परिषद ने ढहा दिया था. इसके स्वरूप मकान मालिक देवराज साहू ने विषाक्त वस्तु का सेवन कर लिया, जिसके चलते बुधवार शाम को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
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इस पूरे मामले के बाद मृतक के परिजनों ने आईसीयू में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और नगर परिषद के खिलाफ मामला दर्ज कराने की बात पर अड़ गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुवार को नगर परिषद सभापति और परिजनों के बीच एक निजी होटल में कई घंटों तक वार्ता चली. इस वार्ता में अनाधिकृत तौर पर 8 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मृतक के परिजनों को देने की बात कही गई. साथ ही समझौते में विवादित जमीन पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए निर्णय भी लिया गया. इस समझौते के बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम करावर शव परिजनों को सौंप दिया है. इस दौरान जिला चिकित्सालय परिसर में पुलिस बल तैनात रहा.