चित्तौड़गढ़. सरकार बदलते ही इस्तीफे का दौर शुरु हो गया है. चित्तौड़गढ़ नगर परिषद के 8 मनोनीत पार्षदों ने मंगलवार को सामूहिक इस्तीफा दिया. इनका मनोनयन पूर्व कांग्रेस सरकार के समय राजनीतिक नियुक्तियों के तहत किया गया था.
प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों के तहत चितौड़गढ़ नगर परिषद में मनोनीत पार्षद रणजीत लोट, दिनेश जायसवाल, यूसुफ भैया, कमल गुर्जर, उमा सुराणा, अनिल भड़कतिया, राजेंद्र मूंदड़ा और आरिफ अली ने पद से स्वेच्छा से इस्तीफा दिया, जिन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत की अनुशंषा पर नियुक्ति दी थी.
कांग्रेस के ब्लाक प्रवक्ता नवरतन जीनगर ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत के नाम जाड़ावत को उनके निवास स्थान पर सभी मनोनीत 8 पार्षदों ने अपना इस्तीफा पत्र सौंपते लिखा कि वे पार्टी के सकिय सदस्य हैं तथा पूर्व विधायक जाड़ावत की अनुशंषा पर कांग्रेस सरकार द्वारा नगर परिषद चित्तौड़गढ़ में मनोनीत पार्षद के पद पर नियुक्त किया गया था. उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी ने पूर्ण कर्तव्य निष्ठा एवं ईमानदारी से उक्त पद पर कार्य किया है. वर्तमान में वर्ष 2023 में राजस्थान विधानसभा चुनाव हुए उसमें कांग्रेस की सरकार बदल जाने से पद की गरिमा बनाये रखते हुए अपनी स्वेच्छा से सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं.