शनिवार को जब तीन चार छात्रों को स्कूल से बाहर निकाल दिया गया, तो उनके परिजन स्कूल पहुंचे और हंगामा किया. जानकारी के अनुसार छात्र अभय कुमार की फीस के 3 हज़ार रुपये बकाया थी. अभय की विधवा मां मंजू बोनलिया आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है उसकी मासिक सैलेरी मात्र 6 हज़ार रुपये है और वेतन भी पिछले तीन चार महीने से नहीं मिला है, जिसके चलते वह आर्थिक तंगी की मार झेल रही है. आरोप है कि आये दिन स्कूल के शिक्षक बाल स्टाइल में बनाये होने की बात कहकर छात्र अभय कुमार के बाल खींचते हैं और उसे कक्षा से बाहर निकाल देते हैं.
छात्र अभय ने बताया कि अंग्रेजी टीचर ने जन शिक्षा निधि के 200 रुपए नहीं देने पर घरवालों को बुलाने की बात कही उसी बीच शिक्षक ने हाथ मरोड़कर मुर्गा बना दिया. इसी तरह एक अन्य छात्र देवांशु की भी विधवा मां कमलेश देवी स्कूल में यही शिकायत लेकर अंग्रेज़ी शिक्षक ब्रजमोहन शर्मा से मिलने पहुंची. मां ने बताया कि वह अच्छी तालीम दिलाने के लिए मोटी फीस देकर स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ा रही है. बावजूद इसके छात्र को अंग्रेजी शिक्षक ब्रजमोहन बाल खींचकर कक्षा से बार-बार बाहर निकाल देता है और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं.
हंगामे की सूचना मिलने पर स्कूल में जब मीडियाकर्मी पहुंचे तो स्कूल के प्रिंसिपल दामोदर सिंह चौहान और अंग्रेजी शिक्षक ब्रजमोहन शर्मा दोनों सफाई देते नज़र आए और मारपीट नहीं करने की बात कही तथा छात्रों के बाल बड़े और स्टाइलिश होने पर समझाने और कक्षा से बाहर करने की बात ही स्वीकारी की है.