जयपुर. राजधानी में मीडिया से बात करते हुए उमराव सालोदिया ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व, जातिवाद और सेना के पराक्रम के नाम पर वोट मांगती है, जो बेहद गलत है. जबकि चुनाव में मुद्दा जातिवाद नहीं बल्कि विकास का होना चाहिए.
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि आपने नौकरी में रहते हुए धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम धर्म अपनाया था लेकिन अब तक आपने अपना नाम उमराव सालोदिया क्यों नहीं बदला. जिस पर सालोदिया ने कहा कि वो अपना नाम नहीं खोना चाहते लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को इस संबंध में गजट नोटिफिकेशन के लिए लिखा था लेकिन तब सरकार ने कुछ नहीं किया.
उमराव सालोदिया के अनुसार तब उन्होंने तत्कालीन भाजपा सरकार के समक्ष अपना विरोध जताने के लिए धर्म परिवर्तन किया था. उनके अनुसार धर्म परिवर्तन उनका व्यक्तिगत विषय है. इस बारे में ना तो मीडिया को ना ही किसी राजनीतिक पार्टी को उनसे सवाल करना चाहिए.
चुनाव मैदान में उतरे उमराव सालोदिया को यह तो जानकारी है कि इस सियासी मैदान में असली मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है लेकिन अपने लंबे प्रशासनिक अनुभव और समाज में किए गए काम के नाम पर वह वोट मांगने से नहीं चूकते हैं. साथ ही जयपुर सीट पर खुद के खड़े होने पर वो खुद को कांग्रेस के लिए वोट कटवा मानने से भी इनकार करते हैं और कहते हैं कि वो भाजपा को हराने या कांग्रेस को जिताने के लिए नहीं बल्कि खुद जीतने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं.