जयपुर. राजधानी के झोटवाड़ा थाना इलाके में 26 जुलाई को हुए ब्लाइंड मर्डर अमर शर्मा हत्याकांड का खुलासा करने के लिए जयपुर पुलिस ने दिन रात एक कर दिए. मगर पुलिस के हाथ कोई भी अहम सुराग नहीं लग पायी. इस दौरान झोटवाड़ा थाने के एक हेड कांस्टेबल राजेंद्र को यह सूचना मिली कि इस पूरे मर्डर को होते हुए दो बच्चों ने देखा है. इसके बाद हेड कांस्टेबल राजेंद्र ने उन दोनों बच्चों का पता लगाया.
चूंकि पुलिस की वर्दी में बच्चों से पुछताछ करने पर बच्चें खुलकर कुछ बता नहीं पाते और सादा वस्त्रों में जाकर उन दोनों बच्चों को विश्वास में लेकर उनसे पूछताछ की. दोनों बच्चों ने बताया कि दो स्कूटी में टक्कर हुई थी और फिर उसके बाद स्कूटी सवार दो बदमाशों ने पिस्टल से फायर कर युवक की हत्या कर दी और फिर वहां से फरार हो गए. इसके बाद बच्चों ने हेड कांस्टेबल राजेंद्र को बदमाशों के आने का रास्ता भी बताया.
इसके बाद हेड कांस्टेबल राजेंद्र ने बच्चों द्वारा बताएं गए रास्ते में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज कंगाली जिसमें 2 लोग ऐसे नजर आए जो कि उस क्षेत्र के रहने वाले नहीं थे. जब उन दोनों के बारे में क्षेत्र में रहने वाले लोगों से पूछताछ की गई तो दोनों का क्षेत्र में रहना नहीं पाया गया. इसके बाद दूसरे राज्यों के ऐसे लोगों से पूछताछ की गई जो वारदात स्थल के आसपास रहते हैं.
इस दौरान हेड कांस्टेबल राजेंद्र के हाथ एक अहम सुराग लगा और उसे पता चला कि सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देने वाले दोनों युवक यूपी के रहने वाले हैं. इसके बाद राजेंद्र ने स्पेशल टीम के साथ मिलकर दबिश दे दोनों हत्यारे फैजान और शहवाज को गिरफ्तार कर लिया.