जयपुर. भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को दो अलग-अलग मामलों में ग्राम न्यायालय ने 6 माह के कारावास और 1 लाख रुपये जुर्माने की सजा क्या सुनाई की मीणा अब मीडिया से ही कन्नी काटने लगे.
आलम यह है कि जयपुर में होने के बावजूद किरोड़ी लाल मीणा अपने घर से बाहर तक निकलने की जहमत नहीं उठा रहे हैं और ना ही भाजपा मुख्यालय की ओर उन्होंने अपना रुख किया है. यह स्थिति तो तब है जब प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है और आला नेता प्रदेश के दौरे पर है.
गंगापुर सिटी ग्राम न्यायालय द्वारा दिसंबर 2009 और फरवरी 2010 में धारा 144 लागू होने के बावजूद बिना अनुमति जुलूस और भाषण देने के मामले में मीणा को यह छह माह कारावास और 1 लाख की सजा सुनाई गई है, लेकिन मीडिया में सुर्खियां बनी इस खबर के बाद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से दूरी बना ली है. चिकित्सालय मार्ग स्थित अपने पुराने सरकारी आवास पर मौजूद होने के बावजूद मीणा गिने चुने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से ही मुलाकात में मशगूल है, लेकिन जब इस मामले में उनका पक्ष जानने मीडिया उनके निवास पहुंचा तो वह बीमारी का बहाना बंद कर कमरे में ही बंद रहे और मीडिया को बाहर से ही रवाना कर दिया. हालांकि इस दौरान अन्य कार्यकर्ताओं से उनकी मेल मुलाकात का दौर लगातार चलता रहा.
भाजपा मुख्यालय से भी बनाई दूरी
पिछले विधानसभा चुनाव में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा पूरी तरह भाजपा में एक्टिव नजर आए और चुनाव कैंपेन से लेकर टिकट वितरण तक में उनकी अहम भूमिका रही, लेकिन लोकसभा चुनाव में इस बार राजस्थान भाजपा में उनकी भूमिका गुम कर दी गई है या फिर कहें कि लोकसभा चुनाव को लेकर हो रही बड़ी बैठकों से उन्हें दूर ही रखा जा रहा है. यही एक कारण है कि जयपुर में होने के बावजूद भी किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश भाजपा मुख्यालय की ओर अपना रुख नहीं करते.