राजस्थान के अलग-अलग जिलों से अपने घरों से बड़े उम्मीदों के साथ चयनित अभ्यर्थी जोधपुर और जयपुर पहुंचे. नौ महीने के इंतजार के बाद दिन था पदभार ग्रहण करने का. घरवालों से आशीर्वाद और दोस्तों से जश्न करने का वादा लेकर निकले अभ्यर्थी जब पहुंचे तो उनकी उम्मीदों पर बिजली गिर गई. हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर अंतरिम रोक लगा दी. यह सुनते ही पहले तो अभ्यर्थियों को यकीन नहीं हुआ. लेकिन जब उन्हें इस बात का पता चला तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े.
जो कदम घर से निकलते वक्त हवा में थे अब वो बढ़ने का नाम नहीं ले रहे थे. बढ़े भी तो कैसे जब उम्मीद पर कोर्ट ने कुठाराघात कर दिया हो. दुख के साथ अभ्यर्थियों में गुस्सा भी है अब उनका कहना है कि 25 फरवरी को सरकार अपनी तरफ से मजबूत पक्ष रख कर हाईकोर्ट से जल्द इस अंतरिम रोक को हटवाए.
कोर्ट में सरकार की मजबूत दलील पेश ना करने की वजह से जिस तरह ये अभ्यर्थी परेशान हो रहे हैं. धीरे-धीरे कर समय बीतने के साथ इनकी उम्मीदें भी दम तोड़ती जा रही है. और वो धीरे-धीरे कर गुस्से के रुप में तब्दील हो रही हैं. सरकार भले ही नई नौकरियों की बात कर रही हो. लेकिन जो भर्तियां सिर्फ सरकार की दलील की वजह से रूकी हुई हैं उनको लेकर भी गंभीर होने की जरूरत है.