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अलवर में मिला पांच माह का भ्रूण...पुलिस जांच में जुटी

अलवर शहर की दिल्ली दरवाजा क्षेत्र में मंगलवार को एक भ्रूण पड़ा हुआ मिला. लोगों ने उसकी सूचना पुलिस को दी. कुछ देर में कोतवाली थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भ्रूण को अपने कब्जे में लिया और सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया . दोपहर बाद डॉक्टरों ने उसका पोस्टमार्टम किया. तो पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट चुकी है.

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Published : Jul 10, 2019, 8:38 AM IST

अलवर में मिला पांच माह का भ्रूण

अलवर. शहर कोतवाली थाना पुलिस को मंगलवार सुबह सूचना मिली कि नाले के पास कचरे के ढे़र में एक भ्रूण पड़ा हुआ है. इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसको अपने कब्जे में लिया और राजीव गांधी सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. दोपहर बाद डॉक्टर ने उसका पोस्टमार्टम किया. वहीं पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

अलवर में मिला पांच माह का भ्रूण

डॉक्टरों ने बताया कि भ्रूण करीब 5 माह का है और लड़की का है. पुलिस अलवर के नर्सिंग होम का रिकॉर्ड खंगाल रही है. तो वहीं जिस जगह पर भ्रूण मिला. उसके आसपास क्षेत्र में भी जांच पड़ताल की जा रही है. बता दें कि अलवर में लगातार भ्रूण मिलने की घटनाएं बढ़ रही है. रोड नंबर 2, एनईबी, जनाना अस्पताल के आसपास क्षेत्र में आए दिन गुण मिलते रहे हैं. लेकिन प्रशासन की तरफ से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी इस दिशा में आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. अलवर के नर्सिंग होम में खुलेआम अबॉर्शन होते हैं. तो वहीं स्वास्थ्य विभाग को आए दिन इस तरह की गड़बड़ी की सूचना मिलती है. लेकिन आज तक किसी भी नर्सिंग होम के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है. इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि पुलिस की जांच पड़ताल में कुछ सामने आता है या हर बार की तरह पुलिस खाली हाथ रहती है.

अलवर. शहर कोतवाली थाना पुलिस को मंगलवार सुबह सूचना मिली कि नाले के पास कचरे के ढे़र में एक भ्रूण पड़ा हुआ है. इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसको अपने कब्जे में लिया और राजीव गांधी सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. दोपहर बाद डॉक्टर ने उसका पोस्टमार्टम किया. वहीं पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

अलवर में मिला पांच माह का भ्रूण

डॉक्टरों ने बताया कि भ्रूण करीब 5 माह का है और लड़की का है. पुलिस अलवर के नर्सिंग होम का रिकॉर्ड खंगाल रही है. तो वहीं जिस जगह पर भ्रूण मिला. उसके आसपास क्षेत्र में भी जांच पड़ताल की जा रही है. बता दें कि अलवर में लगातार भ्रूण मिलने की घटनाएं बढ़ रही है. रोड नंबर 2, एनईबी, जनाना अस्पताल के आसपास क्षेत्र में आए दिन गुण मिलते रहे हैं. लेकिन प्रशासन की तरफ से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी इस दिशा में आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. अलवर के नर्सिंग होम में खुलेआम अबॉर्शन होते हैं. तो वहीं स्वास्थ्य विभाग को आए दिन इस तरह की गड़बड़ी की सूचना मिलती है. लेकिन आज तक किसी भी नर्सिंग होम के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है. इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि पुलिस की जांच पड़ताल में कुछ सामने आता है या हर बार की तरह पुलिस खाली हाथ रहती है.

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अलवर।
अलवर शहर की दिल्ली दरवाजा क्षेत्र में मंगलवार को एक भ्रूण पड़ा हुआ मिला। लोगों ने उसकी सूचना पुलिस को दी। कुछ देर में कोतवाली थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भ्रूण को अपने कब्जे में लिया और सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। दोपहर बाद डॉक्टरों ने उसका पोस्टमार्टम किया। तो पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट चुकी है।


Body:अलवर शहर कोतवाली थाना पुलिस को मंगलवार सुबह सूचना मिली कि नाले के पास कचरे के ढेर में एक भ्रूण पड़ा हुआ है। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसको अपने कब्जे में लिया व राजीव गांधी सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। दोपहर बाद डॉक्टर ने उसका पोस्टमार्टम किया। वही पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

डॉक्टरों ने बताया की भ्रूण करीब 5 माह का है व लड़की का है। पुलिस अलवर के नर्सिंग होम का रिकॉर्ड खंगाल रही है। तो वहीं जिस जगह पर भ्रूण मिला। उसके आसपास क्षेत्र में भी जांच पड़ताल की जा रही हैम अलवर में लगातार भ्रूण मिलने की घटनाएं बढ़ रही है। रोड नंबर 2, एनईबी, जनाना अस्पताल के आसपास क्षेत्र में आए दिन गुण मिलते रहे हैं। लेकिन प्रशासन की तरफ से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।


Conclusion:स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी इस दिशा में आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। अलवर के नर्सिंग होम में खुलेआम अबॉर्शन होते हैं। तो वहीं स्वास्थ्य विभाग को आए दिन इस तरह की गड़बड़ी की सूचना पर मिलती है। लेकिन आज तक किसी भी नर्सिंग होम के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि पुलिस की जांच पड़ताल में कुछ सामने आता है या हर बार की तरह पुलिस खाली हाथ रहती है।

बाइट- डॉ केके मीणा, मेडिकल जूरिस्ट
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