ETV Bharat / state

दीया कुमारी और किरण माहेश्वरी में उलझी राजसमंद सीट...राजकुमारी को इस दिग्गज बीजेपी नेता का समर्थन

राजसमंद. राजस्थान की राजसमंद लोकसभा सीट पर इस बार भाजपा नया चेहरा चुनाव में उतारने जा रही है लेकिन चेहरा कौन होगा इसको लेकर अभी से राजनीति शुरू हो गई है. जहां भाजपा का एक धड़ा इस सीट पर जयपुर की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी को चुनाव लड़ाना चाहता है तो वहीं दूसरा धड़ा राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी को सियासी रण में उतरना चाहता है. ऐसे में अब देखना होगा कि पार्टी आलाकमान किस प्रत्याशी को मौका देती है.

डिजाइन फोटो.
author img

By

Published : Mar 19, 2019, 6:33 PM IST

राजस्थान लोकसभा क्षेत्र राजस्थान में सत्ता की चाबी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले मेवाड़ संभाग में आता है. राजसमंद लोकसभा सीट का गठन साल 2008 के परिसीमन में हुआ. अब तक सीट पर दो चुनाव हुए हैं जिसमें एक बार कांग्रेस तो एक बार बीजेपी ने बाजी मारी है और दोनों ही बार जिस पार्टी का प्रत्याशी यहां से जीता है उसी पार्टी की केंद्र में सरकार बनी है.
इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आती हैं जिनमें मेड़ता, डेगाना, राजसमंद, नाथद्वारा, कुंभलगढ़, भीम, ब्यावर और जैतारण शामिल है. आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में इन 8 विधानसभा सीटों पर से 4 पर बीजेपी 3 पर कांग्रेस और एक सीट पर आरएलपी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी वहीं आपको बता दें कि इस सीट पर वर्तमान सांसद हरिओम सिंह राठौड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है ऐसे में इस सीट को लेकर भाजपा में सियासी खींचतान शुरू हो गई है.
आपको बता दें कि राजसमंद लोकसभा सीट पर सबसे अधिक मतदाता राजपूत जाति से हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर रावत समाज के लोग हैं ऐसे में यह दोनों समाज इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं और इसी बात को ध्यान में रखते हुए दोनों ही पार्टी सीट पर राजपूत या रावत प्रत्याशी अब तक उतारती आई है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार इस सीट पर प्रत्याशी चयन एक बड़ी पहेली बन गया है.
आपको बता दें कि दीया कुमारी पूर्व में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी है लेकिन भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया. ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा टिकट देगी और इसी कशमकश के चलते दिया कुमारी राजस्थान में 3 लोकसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी कर रही है लेकिन दीया कुमारी के समर्थन में अब मेवाड़ संभाग के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया उतर आए हैं और कटारिया अंदर खाने दिया कुमारी को राजसमंद से चुनाव लड़ना चाहते हैं.

देखें रिपोर्ट.

बता दें कि कटारिया कि यह चाहत सिर्फ यूं ही नहीं बल्कि इस चाहत के कई राजनीतिक मायने भी हैं. आपको बता दें कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और किरण महेश्वरी की आपस में नहीं बनती और मेवाड़ संभाग में दोनों गुट के नेता एक दूसरे के विरोधी माने जाते हैं. ऐसे में मेवाड़ में किरण महेश्वरी के बढ़ते दबदबे को कम करने के लिए जहां कटारिया दिया कुमारी को मेवाड़ लाना चाहते हैं तो वहीं वसुंधरा राजे अपनी खास रही किरण माहेश्वरी को चुनाव लड़ने के मूड में नजर आ रही है. ऐसे में अब देखना होगा कि भाजपा आलाकमान इन दोनों में से किसी एक महिला प्रत्याशियों को मौका देता है या फिर कोई नया चेहरा यहां चुनाव लड़ता है.

राजस्थान लोकसभा क्षेत्र राजस्थान में सत्ता की चाबी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले मेवाड़ संभाग में आता है. राजसमंद लोकसभा सीट का गठन साल 2008 के परिसीमन में हुआ. अब तक सीट पर दो चुनाव हुए हैं जिसमें एक बार कांग्रेस तो एक बार बीजेपी ने बाजी मारी है और दोनों ही बार जिस पार्टी का प्रत्याशी यहां से जीता है उसी पार्टी की केंद्र में सरकार बनी है.
इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आती हैं जिनमें मेड़ता, डेगाना, राजसमंद, नाथद्वारा, कुंभलगढ़, भीम, ब्यावर और जैतारण शामिल है. आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में इन 8 विधानसभा सीटों पर से 4 पर बीजेपी 3 पर कांग्रेस और एक सीट पर आरएलपी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी वहीं आपको बता दें कि इस सीट पर वर्तमान सांसद हरिओम सिंह राठौड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है ऐसे में इस सीट को लेकर भाजपा में सियासी खींचतान शुरू हो गई है.
आपको बता दें कि राजसमंद लोकसभा सीट पर सबसे अधिक मतदाता राजपूत जाति से हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर रावत समाज के लोग हैं ऐसे में यह दोनों समाज इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं और इसी बात को ध्यान में रखते हुए दोनों ही पार्टी सीट पर राजपूत या रावत प्रत्याशी अब तक उतारती आई है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार इस सीट पर प्रत्याशी चयन एक बड़ी पहेली बन गया है.
आपको बता दें कि दीया कुमारी पूर्व में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी है लेकिन भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया. ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा टिकट देगी और इसी कशमकश के चलते दिया कुमारी राजस्थान में 3 लोकसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी कर रही है लेकिन दीया कुमारी के समर्थन में अब मेवाड़ संभाग के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया उतर आए हैं और कटारिया अंदर खाने दिया कुमारी को राजसमंद से चुनाव लड़ना चाहते हैं.

देखें रिपोर्ट.

बता दें कि कटारिया कि यह चाहत सिर्फ यूं ही नहीं बल्कि इस चाहत के कई राजनीतिक मायने भी हैं. आपको बता दें कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और किरण महेश्वरी की आपस में नहीं बनती और मेवाड़ संभाग में दोनों गुट के नेता एक दूसरे के विरोधी माने जाते हैं. ऐसे में मेवाड़ में किरण महेश्वरी के बढ़ते दबदबे को कम करने के लिए जहां कटारिया दिया कुमारी को मेवाड़ लाना चाहते हैं तो वहीं वसुंधरा राजे अपनी खास रही किरण माहेश्वरी को चुनाव लड़ने के मूड में नजर आ रही है. ऐसे में अब देखना होगा कि भाजपा आलाकमान इन दोनों में से किसी एक महिला प्रत्याशियों को मौका देता है या फिर कोई नया चेहरा यहां चुनाव लड़ता है.
Intro:राजस्थान की राजसमंद लोकसभा सीट पर इस बार भाजपा नया चेहरा चुनाव में उतारने जा रही है लेकिन चेहरा कौन होगा इसको लेकर अभी से राजनीति शुरू हो गई है जहां भाजपा का एक धड़ा इस सीट पर जयपुर की पूर्व राजकुमारी दिया कुमारी को चुनाव लड़ाना चाहता है तो वहीं दूसरा धड़ा राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी को सियासी रण में उतरना चाहता है ऐसे में अब देखना होगा कि पार्टी आलाकमान किस प्रत्याशी को मौका देती है


Body:राजस्थान लोकसभा क्षेत्र राजस्थान में सत्ता की चाबी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले मेवाड़ संभाग में आता है राजसमंद लोकसभा सीट का गठन साल 2008 के परिसीमन में हुआ अब तक सीट पर दो चुनाव हुए हैं जिसमें एक बार कांग्रेस तो एक बार बीजेपी ने बाजी मारी है और दोनों ही बार जिस पार्टी का प्रत्याशी यहां से जीता है उसी पार्टी की केंद्र में सरकार बनी है इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनमें मेड़ता डेगाना राजसमंद नाथद्वारा कुंभलगढ़ भीम ब्यावर और जैतारण शामिल है आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में इन 8 विधानसभा सीटों पर से 4 पर बीजेपी 3 पर कांग्रेस और एक सीट पर आरएलपी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी वहीं आपको बता दें कि इस सीट पर वर्तमान सांसद हरिओम सिंह राठौड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है ऐसे में इस सीट को लेकर भाजपा में सियासी खींचतान शुरू हो गई है

आपको बता दें कि राजसमंद लोकसभा सीट पर सबसे अधिक मतदाता राजपूत जाति से हैं इसके बाद दूसरे नंबर पर रावत समाज के लोग हैं ऐसे में यह दोनों समाज इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं और इसी बात को ध्यान में रखते हुए दोनों ही पार्टी सीट पर राजपूत या रावत प्रत्याशी अब तक उतारती आई है लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार इस सीट पर प्रत्याशी चयन एक बड़ी पहेली बन गया है क्योंकि इस सीट पर जहां भाजपा का एक धड़ा जयपुर की पूर्व राजकुमारी दिया कुमारी को चुनाव लड़ाना चाहता है तो वहीं दूसरा धड़ा मौजूदा राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी को लोकसभा भेजना चाहता है बता दें कि इन दोनों ही खेतों में सियासी तकरार है जहां एक खेमा राजस्थान के पूर्व गृहमंत्री और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का है जो खुल कर दिया कुमारी का समर्थन कर रहा है तो वहीं दूसरा धड़ा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का है जो सीट पर किरण महेश्वरी को चुनाव लड़ाना चाहता है

आपको बता दें कि दीया कुमारी पूर्व में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी है लेकिन भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें लोकसभा टिकट देगी और इसी कशमकश के चलते दिया कुमारी राजस्थान में 3 लोकसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी कर रही है लेकिन दीया कुमारी के समर्थन में अब मेवाड़ संभाग के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया उतर आए हैं और कटारिया अंदर खाने दिया कुमारी को राजसमंद से चुनाव लड़ना चाहते हैं बता दें कि कटारिया की यह चाहत सिर्फ यूं ही नहीं बल्कि इस चाहत के कई राजनीतिक मायने भी हैं आपको बता दीजिए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और किरण महेश्वरी की आपस में नहीं बनती और मेवाड़ संभाग में दोनों गुट के नेता एक दूसरे के धर्म विरोधी माने जाते हैं ऐसे में मेवाड़ में किरण महेश्वरी के बढ़ते दबदबे को कम करने के लिए जहां कटारिया दिया कुमारी को मेवाड़ लाना चाहते हैं तो वहीं वसुंधरा राजे अपनी खास रही किरण माहेश्वरी को चुनाव लड़ने के मूड में नजर आ रही है ऐसे में अब देखना होगा कि भाजपा आलाकमान इन दोनों में से किसी एक महिला प्रत्याशियों को मौका देता है या फिर कोई नया चेहरा यहां चुनाव लड़ता है


Conclusion:कुल मिलाकर यह कह सकता है कि यह राजसमंद की सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार एक सियासी रण बन गई है जहां भाजपा को कांग्रेस के साथ पार्टी अंदर खाने में भी युद्ध लड़ना पड़ेगा उदयपुर से ईटीवी भारत के लिए स्मित पालीवाल
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.