जयपुर. प्रदेश में बे-मौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से 50 फिसदी से अधिक खराब हुए चमकहीन गेहूं को लेकर किसानों को बड़ी राहत मिली है. 90 फिसदी तक चमकहीन समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए केंद्र सरकार ने अनुमति दे दी है. राज्य के खरीद केंद्रों पर शुक्रवार से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी.
दरअसल, प्रदेश में हाल ही में प्राकृतिक आपदा के कारण राज्य सरकार के स्तर से केंद्र सरकार को मापदंडों में ढिलाई देने के लिए आग्रह किया गया था. भारत सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के निर्धारित मापदंडों के तहत चमकहीन गेहूं नहीं खरीदे जा सकते हैं. किसानों की समस्या को देखते हुए फसल पर गुणात्मक एवं मात्रात्मक शती से भारत सरकार को अवगत कराया गया था. उसमें निर्धारित गुणवत्ता मापदंडों में गेहूं की चमक को हटाने या अधिकतम रियायत प्रदान करने की अनुमति देने का आग्रह किया था.
जिस क्रम में बुधवार को 50 फिसदी तक चमक में गेहूं खरीद के अनुमति प्रदान कर दी गई थी और 90 फिसदी चमकहीन गेहूं की खरीद के लिए दो दल गठित किये थे और जो प्रदेश का दौरा कर किसानों की फसल खराब का रिपोर्ट केंद्र सरकार को देने वाले थे, लेकिन देर रात के केंद्र सरकार ने 90 प्रतिशत चमकहीन गेंहू की समर्थन मूल्य पर खरीद की अनुमति के आदेश दे दिए है.
केंद्र सरकार के फैसले के बाद प्रदेश करीब 5 जिलों के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी. बेमौसम बारिश मुख्य रूप से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, कोटा, बारां और बूंदी जिले में गेहूं की फसल प्रभावित हुई थी. कोटा संभाग में 15 मार्च से और प्रदेश के अन्य संभाग में 1 अप्रैल से किसानों समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी जा रही है.