एसओजी के हत्थे चढ़े गैंग के शातिर सदस्यों से नगदी, चेक, परीक्षार्थियों के दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं. एसओजी को गुप्त सूचना मिली थी कि रविवार को जयपुर और कोटा में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित होने वाली कृषि पर्यवेक्षक परीक्षा के प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाने वाली एक गैंग सक्रिय है जो परीक्षार्थियों से प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाने के नाम पर मोटी रकम हड़प रही है.
इस पर एसओजी टीम ने कार्रवाई को अंजाम देते हुए परीक्षा से पहले गैंग के 7 शातिर बदमाशों को धर दबोचा है. एसओजी ने गैंग में शामिल सुरेंद्र चौधरी, राम प्रसाद चोपड़ा, ओम प्रकाश, कैलाश चंद यादव, अनिल कुमार, बन्ना राम और सुधीर कुमार चौधरी को गिरफ्तार किया है.
एसओजी के हत्थे चढ़ी गैंग के शातिर सदस्यों ने टीम को पूछताछ में बताया कि प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने की एवज में प्रति परीक्षार्थी 7 लाख रुपए की मांग गैंग के सदस्यों ने की है. परीक्षा से पहले परीक्षार्थियों से कुछ रुपए एडवांस भी लिए गए और बाकी रुपए मेरिट में टॉप पर आने और कृषि सुपरवाइजर के पद पर चयनित होने के बाद देने की बात परीक्षार्थियों से आरोपियों ने की थी.
एसओजी ने गैंग के सदस्यों परीक्षार्थियों के हस्ताक्षरयुक्त खाली चेक, खाली स्टांप पेपर और अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज भी बरामद किए हैं. जिन्हें कृषि सुपरवाइजर के पद पर चयनित हो जाने के बाद शेष रकम देने पर वापस लौटाने का आश्वासन भी गैंग के सदस्यों ने दिया था. फिलहाल एसओजी मुख्यालय में गैंग के शातिर सदस्यों से पूछताछ जारी है जिसमें कुछ और बड़े खुलासे होने की संभावना है.