इस्तीफा देने वाले पार्षदों में 15 बीजेपी व 12 पार्षद कांग्रेस के हैं. नगर परिषद के आयुक्त ने 27 पार्षदों के प्रमाण पत्रों को इस्तीफे के लिए प्रमाणित कर दिया है. जिसके बाद पार्षदों ने अपने इस्तीफे सभापति की आमद शाखा में जमा करवा दिए हैं.
इस्तीफे सौंपने को लेकर पार्षद फारूक अहमद का कहना है कि नगर परिषद के 27 पार्षदों के प्रमाण पत्रों को इस्तीफे के लिए आयुक्त ने प्रमाणित कर दिया है जिसके बाद इस्तीफे सभापति की आमद शाखा में जमा करवा दिए हैं. इस्तीफे देने की वजह को लेकर अहमद का कहना है कि सभापति के अड़ियल रवैये के चलते पिछले 1 साल से बोर्ड की एक भी बैठक नहीं हुई है जिसके चलते नगर परिषद के अनेक विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सभापति कांग्रेस से ही संबंधित है लेकिन कांग्रेस आलाकमान को बार-बार इस अव्यवस्था को लेकर आगाह करने के बावजूद उन्होंने इस मामले में कोई विशेष रुचि नहीं दिखाई है. इसके चलते इस्तीफे दिए जा रहे हैं.
दरअसल झालावाड़ नगर परिषद में पिछले 1 महीने से सियासी उठापटक चल रही है. जहां पहले 28 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था जिसके बाद स्वायत शासन विभाग ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर होने वाली बैठक को स्थगित कर दिया था ऐसे में अब 27 पार्षदों ने अपने इस्तीफे ही दे दिए हैं.
गौरतलब है कि झालावाड़ में कांग्रेस का बोर्ड है. और ऐसे में कांग्रेस के 12 पार्षदों का इस्तीफा वाकई में हैरान करने वाला है.