जयपुर : साल 2025 यूडीएच और एलएसजी डिपार्मेंट के जरिए जयपुर सहित प्रदेश को नए आयाम तक पहुंचाया जाएगा. साथ ही तेजी से मेट्रो के विस्तार पर काम किया जाएगा. इसके अलावा शहर के लिए नई रिंग रोड भी प्लान की जा रही है. साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अटकी पड़ी सफाई कर्मचारियों की भर्ती को भी धरातल पर उतारा जाएगा. यही नहीं जयपुर में आईटी हब और साइबर हब बनाने की भी प्लानिंग है.
साल 2024 बीतने को है. ऐसे में नए कैलेंडर वर्ष 2025 की अभी से प्लानिंग शुरू की जा चुकी है. यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने लगातार तेजी से विस्तार होते जयपुर के कुछ प्रोजेक्ट सोचे हैं. उन्होंने बताया कि जनता की जरूरत को ध्यान में रखते हुए भविष्य में जल्द ही नई रिंग रोड को लेकर कार्य योजना बनाई जाएगी. नई रिंग रोड 2050 को ध्यान में रखते हुए बनाई जाएगी. न सिर्फ रिंग रोड, बल्कि भविष्य के सभी प्रोजेक्ट राजस्थान सरकार अगले 25 साल को ध्यान में रख तैयार करेगी.
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साथ ही राजस्थान सरकार जयपुर मेट्रो के विस्तार को लेकर केंद्र सरकार के साथ जॉइंट वेंचर करने जा रही है. इसे लेकर अगले साल जनवरी में ही एमओयू किया जाएगा. इसके बाद मेट्रो के नए रूट के विस्तार की कवायद होगी. यूडीएच मंत्री ने बताया कि जयपुर में मेट्रो रूट के विस्तार और रिंग रोड के साथ ही सरकार जयपुर में कई और प्रोजेक्ट पर भी काम कर रही है. जयपुर में अलग-अलग एरिया में कहीं आईटी हब तो कहीं साइबर हब बनाए जाएंगे. इसे लेकर फिलहाल जमीन तलाशी जा रही है. जैसे ही जमीन फाइनल होगी. इन प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू कर दिया जाएगा.
वहीं, प्रदेश के नगरीय निकायों में सफाई व्यवस्था मजबूत करने के लिए सफाई कर्मचारियों की अटकी हुई भर्ती को भी धरातल पर उतारा जाएगा. खर्रा ने बताया कि राजस्थान में सफाई कर्मचारियों की भर्ती अब 2025 में निकाली जाएगी. इसमें संविदा के तहत हर दो महीना में सफाई कर्मचारी के कार्य का परीक्षण किया जाएगा. उसकी रिपोर्ट के आधार पर फिर अगले 2 महीने काम करने का मौका दिया जाएगा.
इस तरह से यह प्रक्रिया 1 साल तक चलेगी. उसके बाद ही नियमों के तहत श्रेष्ठ और मेहनती कर्मचारियों को परमानेंट किया जाएगा. फिलहाल सफाई कर्मचारियों के 23 हजार पदों पर ही भर्ती करने की प्लानिंग है. इसके अलावा इकाइयों में रिक्त चल रहे दूसरे पदों पर भी भारती की जाएगी. ताकि सफाई कर्मचारियों को इन पदों पर न लगाया जाए.